नवरात्रि (Navratri 2023) की शुरुआत से 9 दिन तक खास रूप से माता रानी की पूजा की जाती है. हमें अलग-अलग दिन माता रानी को अलग-अलग भोग लगाने के लिए खास व्यंजन बनाने होते हैं. नवरात्रि के दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है जिनको ज्ञान तपस्या और वैराग्य की देवी माना जाता है. खास तौर पर विद्यार्थी और तपस्वियों के लिए मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करना अति लाभदायक माना जाता है. जिनकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उनके लिए यह पूजा मंगलकारी साबित होता है.
इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा
नवरात्रि (Navratri 2023) के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने का दो शुभ मुहूर्त है. आज सुबह 10:17 से 11:58 तक अमृत काल में पूजा कर सकते हैं. इसके अलावा सुबह 11:44 से लेकर दोपहर 12:29 तक अभिजीत मुहूर्त में भी पूजा पाठ कर सकते हैं. सफेद वस्त्र धारण कर मां को सफेद वस्तु अर्पित करने से वह प्रसन्न होती है. जैसे कि मिश्री, शक्कर, पंचामृत. जो लोग इस दिन पूजा पाठ करते हैं, फलाहार पर ध्यान देना चाहिए.
भोग में लगाए ये चीज
मां ब्रह्मचारिणी को भोग में आप शक्कर लगा सकते हैं. ध्यान रखें कि माता को भोग लगाने के बाद घर के सभी सदस्यों को यह प्रसाद दे, जिस वजह से सभी की आयु में वृद्धि होती है और घर में सुख समृद्धि का वास होता है. पूजा करने के दौरान देवी को चांदी का अर्धचंद्र अर्पित करना चाहिए. यह काफी शुभ माना जाता है.