देशभर में नवरात्रि (Navratri 2023) शुरू हो चुका है और बड़े ही धूमधाम से मां का स्वागत किया जा रहा है. बड़े-बड़े मंदिरों से लेकर लोग अपने घरों में माता की पूजा आराधना कर रहे हैं, पर इस वक्त बिहार के नालंदा में एक ऐसा मंदिर चर्चा में आ गया है जहां नवरात्र के 9 दिनों तक किसी भी व्यक्ति को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है. वैसे पूरे साल इस मंदिर में पूजा अर्चना करने पर किसी तरह की कोई मनाही नहीं होती लेकिन जब नवरात्रि आती है तो यहां पर सख्त नियम लागू हो जाते हैं.
इस वजह से जाने पर है रोक
यह मंदिर नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड के घोषारावा गांव में है, जिसका नाम मां आशापुरी मंदिर है. नवरात्र (Navratri 2023) के 9 दिनों तक महिलाओं को मंदिर परिसर और गर्भ गृह में प्रवेश करने के बिल्कुल भी अनुमति नहीं होती है. पुरुषों को केवल मंदिर परिसर में पूजा करने की छूट होती है. इस मंदिर में नवरात्र के 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा होती है और नवमी को पूजा हवन होता है. कहा जाता है कि मां आशापुरी मंदिर में तंत्र विद्या के तहत पूजा होती है और मां दुर्गा की आराधना की जाती है. यही वजह है कि यह 9 दिनों तक प्रवेश वर्जित होता है.
दुनिया के कोने-कोने में विख्यात है ये मंदिर
बिहार का यह मंदिर काफी लोकप्रिय है, जहां पर माता रानी के दर्शन करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्से से लोग पहुंचते हैं. कहा जाता है कि यहां पर सच्ची भावना से अगर कुछ मन्नत मांगी जाए तो वह माता रानी जरूर पूरी करती है. यही वजह है कि मंदिर का नाम आशापुरी है. मगध साम्राज्य के दौरान इस मंदिर का निर्माण हुआ था जहां पर मां दुर्गा की अष्टभुजा प्रतिमा स्थापित है.