Google Pay ने अपने प्लेटफॉर्म पर मोबाइल रिचार्ज पर सुविधा शुल्क लगाना शुरू कर दिया है। हाल ही में, कई यूजर्स ने दावा किया है कि गूगल पे पर कन्वीनियंस फीस के नाम पर पैसे लेना शुरू कर दिया है। अभी तक Google Pay से मोबाइल रिचार्ज करने पर अलग से पैसे यानी कोई एक्स्ट्रा शुल्क नहीं देना होता था, लेकिन अब देना पड़ रहा है।
इस दावे के बाद, Google Pay ने आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, कुछ यूजर्स का कहना है कि उन्हें रिचार्ज करते समय 2 या 3 रुपये अतिरिक्त शुल्क दिखाया जा रहा है।
Google Pay ने अपने एक्टिविटी फीड पर इस शुल्क के बारे में जानकारी दी है। कंपनी ने कहा है कि यह शुल्क सभी मोबाइल रिचार्ज पर लागू होगा, जिसमें प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों शामिल हैं।
यह पहली बार है जब गूगल पे ने मोबाइल रिचार्ज पर सुविधा शुल्क लगाया है। पहले, यूजर्स को मोबाइल रिचार्ज पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता था।बता दें कि फोनपे और पेटीएम पहले से ही मोबाइल रिचार्ज के लिए एक्स्ट्रा चार्ज वसूल रहे हैं। जब इन कंपनियों ने रिचार्ज के लिए एक्स्ट्रा चार्ज वसूलना शुरू किया था तब गूगल ने कहा था कि उसके Google Pay पर मोबाइल रिचार्ज हमेशा फ्री रहेगा। इसके लिए अलग से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
एक यूज़र ने सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट शेयर किया है जिसमें देखा जा सकता है कि जियो के 749 रुपये वाले रिचार्ज के लिए गूगल पे 752 रुपये ले रहा है जिसमें 3 रुपये कन्वीनियंस चार्ज के रूप में जुड़ा है। यह कन्वीनियंस फीस एप से यूपीआई और कार्ड दोनों पेमेंट मोड में देना होगा।
Google Pay के अलावा भी कई अन्य मोबाइल वॉलेट और यूपीआई ऐप्स हैं जो मोबाइल रिचार्ज की सुविधा प्रदान करते हैं। इनमें से कई ऐप्स भी मोबाइल रिचार्ज पर कोई सुविधा शुल्क नहीं लेते हैं। ऐसे में, यूजर्स गूगल पे के बजाय किसी अन्य ऐप का इस्तेमाल करना चाह सकते हैं।
Google Pay का यह कदम ऐसे समय में आया है जब ऑनलाइन पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। कई लोग अब मोबाइल रिचार्ज, बिल पेमेंट और अन्य ट्रांजैक्शन के लिए यूपीआई ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में, गूगल पे जैसे ऐप्स का राजस्व बढ़ाने के लिए सुविधा शुल्क लगाना एक आम तरीका बन गया है। गूगल पे के इस कदम का यूजर्स पर क्या असर होगा, यह देखना बाकी है। हालांकि, यह संभावना है कि इससे मोबाइल रिचार्ज करने का खर्च बढ़ जाएगा।
हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि सुविधा शुल्क लगाने से यूजर्स पर बोझ बढ़ता है। ऐसे में, यह देखना जरूरी होगा कि गूगल पे का यह कदम उसके यूजर बेस पर क्या असर डालता है।