BPSC द्वारा दूसरे चरण में नियुक्त शिक्षक जल्द ही स्कूलों में पढ़ाना शुरू करेंगे। पटना जिले में दूसरे चरण में नियुक्त 2596 शिक्षकों को 2-3 दिनों के अंदर पदस्थापन पत्र मिल जाएगा। जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, कुछ कागजातों के मिलान में देरी के कारण पदस्थापन पत्र जारी होने में देरी हुई।
कागजातों की जांच पूरी हो चुकी है और शिक्षकों को जल्द ही पदस्थापन पत्र मिल जाएंगे। पत्र मिलने के 2-3 दिनों के अंदर BPSC Teacher को स्कूलों में ड्यूटी ज्वाइन करनी होगी। जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार जा रही है। कुछ कागजातों के मिलान के कारण इन BPSC Teacher को पदस्थापन में देरी हुई।
नए BPSC Teacher को पदस्थापन की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जा रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि इस सप्ताह में नए BPSC Teacher को पूर्व में हुए काउंसलिंग सेंटर बुलाकर पदस्थापन पत्र दिया जाएगा।
पदस्थापन पत्र मिलने के दो दिनों के अंदर नए BPSC Teacher को संबंधित स्कूल में योगदान करना होगा। जिस दिन से शिक्षक स्कूल में पढ़ाना शुरू करेंगे उसी दिन वेतनमान शुरू हो जाएगा। इस बार भी दूसरे चरण के BPSC Teacher को जिले के ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थापित किया जाएगा।
नियोजित शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा का किया विरोध
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की पटना प्रमंडलीय कार्यकारिणी की बैठक में ऑनलाइन सक्षमता परीक्षा के लिए बने कठोर शर्तों का विरोध किया गया। राज्य सचिव मंडल के नेता चंद्रकिशोर कुमार ने कहा कि विशिष्ट नियमावली 2023 की कंडिका 4 में नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए उल्लिखित तीन जिले के विकल्प के रूप में जहां-तहां तबादला और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आनलाइन सक्षमता परीक्षा की कठोर शर्तों को नियोजित शिक्षक नहीं स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा है कि नियोजित रहना कबूल है, लेकिन इस तरह की अव्यवहारिक और शिक्षा विरोधी शर्तों पर सक्षमता परीक्षा का फॉर्म नहीं भरेंगे। संघ के पटना प्रमंडल सचिव सुशील कुमार, राज्य मूल्यांकन परिषद के सचिव मृत्युंजय कुमार ने कहा कि राज्य संघ के निर्णय के साथ बिहार के चार लाख शिक्षक हैं जो सरकार के विभाग के अव्यवहारिक निर्णय के विरुद्ध सक्षमता परीक्षा का फार्म नहीं भरेंगे।