रात का बना Rice बचा गया हो तो सुबह उसे खा लेना, यही तो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। मगर सोशल मीडिया पर चर्चा है कि बचा हुआ चावल सेहत के लिए हानिकारक होता है। आखिरकार सच्चाई क्या है? क्या बचा हुआ Rice खाना वाकई खतरनाक है? इस सवाल का जवाब पाने के लिए हमने डॉक्टरों और पोषण विशेषज्ञों से बात की।
बचा हुआ चावल में बैक्टीरिया? एक मिथक
पोषण विशेषज्ञ डॉ. रीना वर्मा का कहना है कि यह सोच पूरी तरह से गलत है कि बचा हुआ Rice सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। हां, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। उन्होंने बताया कि ठीक से पकाया और स्टोर किया गया बचा हुआ Rice दोबारा गर्म करके खाना पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने समझाया कि चावल में पाए जाने वाले बैक्टीरिया तभी खतरनाक होते हैं जब उन्हें गलत तरीके से स्टोर किया जाए या फिर ज्यादा देर के लिए बाहर रखा जाए।
खाने में बैक्टीरिया पनपने की यह प्रक्रिया रूम टेम्परेचर में तेज हो जाती है, क्योंकि जर्म्स लगभग 37 डिग्री सेल्सियल पर सबसे अच्छे से बढ़ते हैं। ऐसे में खाना गर्म करने से इन कीटाणुओं से छुटकारा नहीं मिलता।
खतरनाक नहीं, लापरवाही खतरनाक
डॉ. वर्मा ने बताया कि Rice में बैक्टीरिया, खासकर बैसिलस सेरेउस, तभी तेजी से पनपते हैं जब Rice को कमरे के तापमान पर लंबे समय तक रखा जाए। यह बैक्टीरिया फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है। इसलिए जरूरी है कि पका हुआ चावल हमेशा ढककर फ्रिज में रखें। ठंडा हो जाने के बाद ही उसे किसी एयरटाइट कंटेनर में बंद करें। ऐसा करने से बैक्टीरिया का विकास रुक जाता है।
दोबारा गर्म करते समय रखें इन बातों का ध्यान
डॉक्टरों की सलाह है कि बचा हुआ Rice दोबारा गर्म करने से पहले उसे कम से कम 160 डिग्री सेल्सियस तापमान तक पहुंचाना जरूरी है। ऐसा करने से कोई भी मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया नष्ट हो जाएंगे। साथ ही, दोबारा गर्म किया हुआ Rice अधिकतम दो दिनों के अंदर ही खा लेना चाहिए। भोजन को बार-बार फ्रिज में रखने और दोबारा गर्म करने से भी बचना चाहिए।