आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में लगातार नए-नए इनोवेशन हो रहे हैं। इसी कड़ी में, AI रिसर्च लैब OpenAI ने हाल ही में “SORA” नामक एक नए टूल को लॉन्च किया है। यह एक ऐसा AI मॉडल है जो टेक्स्ट के आधार पर तुरंत वीडियो बना सकता है। यह टूल टेक्स्ट को पढ़कर उसी के आधार पर तुरंत वीडियो तैयार कर सकता है। माना जा रहा है कि ‘सोरा’ कंटेंट क्रिएशन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला सकता है।
SORA कैसे काम करता है?
SORA एक टेक्स्ट-टू-वीडियो (TTV) मॉडल है, जो मशीन लर्निंग तकनीक का उपयोग करके किसी भी टेक्स्ट को यथार्थवादी वीडियो में बदल सकता है। यह इनपुट टेक्स्ट को समझता है और फिर विभिन्न एल्गोरिदमों का उपयोग करके दृश्यों, पात्रों, वस्तुओं और क्रियाओं को जेनरेट करता है। अंतिम वीडियो में टेक्स्ट को नेचुरल तरीके से पेश किया जाता है, जैसे कि इसे किसी व्यक्ति द्वारा पढ़ा जा रहा हो।
SORA टेक्स्ट में दिए गए विवरणों, निर्देशों और संवादों को समझकर उसी के अनुरूप एक शॉर्ट वीडियो तैयार करता है। इसमें टेक्स्ट के आधार पर बैकग्राउंड सीन बनाने, ऑब्जेक्ट्स को एनिमेट करने और यहां तक कि वीडियो में लोगों को बातें करवाने की क्षमता है।
SORA के फायदे
SORA के कई फायदे हैं जैसे की यह किसी टेक्स्ट को वीडियो में बदलने में सोरा को मात्र कुछ सेकंड लगते हैं। इससे आप बिना किसी विशेष ज्ञान या कौशल के ही प्रभावशाली वीडियो बना सकते हैं। सोरा कंटेंट क्रिएटर्स, शिक्षकों, मार्केटर्स और अन्य लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता है। यह उन्हें टेक्स्ट बेस्ड कंटेंट को आसानी से वीडियो फॉर्मेट में बदलने में मदद करता है, जिससे उनकी पहुंच बढ़ाने और दर्शकों को जोड़ने में सहायता मिलती है।
इसके साथ ही सोरा शिक्षा के क्षेत्र में भी क्रांति ला सकता है। शिक्षक सोरा का उपयोग करके इंगेजिंग वीडियो लेसन बना सकते हैं, जिससे छात्रों को पढ़ाई में ज्यादा मजा आएगा और उनकी समझ बेहतर होगी। सोरा टेक्स्ट को किसी भी भाषा में वीडियो बना सकता है। इससे भाषा की बाधा दूर करने में मदद मिलती है और सूचनाओं को दुनिया भर के लोगों तक पहुंचाया जा सकता है।
फिलहाल Sora यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है और ओपनएआई ने इस बात की भी जानकारी नहीं दी है कि इसे लोगों के लिए कब लॉन्च किया जाएगा। Sora को फिलहाल रेड टीम के लिए उपलब्ध कराया गया है। यह टीम AI सिस्टम के खामियों को खोजती है और फीडबैक देती है।