धीरूभाई अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार नई पहल कर रही है। इसी कड़ी में, अब मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज समर्थित ‘कोरोवर’ कंपनी एक ऐसा चैटबॉट लेकर आ रही है, जो विदेशी दिग्गज ChatGPT को टक्कर देगा। इसका नाम है ‘हनुमान AI’ और यह पूरी तरह से भारत में ही बनाया जा रहा है। यह चैटबॉट सीधे तौर पर OpenAI के लोकप्रिय ChatGPT को टक्कर देगा।
हनुमान की खासियत क्या है?
इस BharatGPT AI-मॉडल का नाम Hanooman रखा जा सकता है, जो हिंदूओं के देवता हैं। हनुमान को भारत में ही विकसित किया गया है, और यह पूरी तरह से भारतीय भाषाओं को समझने और जवाब देने में सक्षम होगा। यह हिंदी, तमिल, तेलुगु, मराठी, कन्नड़, बंगाली और गुजराती जैसी 11 भारतीय भाषाओं में काम करेगा।
इसके अलावा, हनुमान को स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा और सरकारी सेवाओं जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विशेष जानकारी दी गई है। इसका मतलब है कि यह उपयोगकर्ताओं को अधिक सटीक और प्रासंगिक जानकारी प्रदान कर सकेगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड देश की आठ बड़े इंजीनियरिंग स्कूल के साथ मिलकर लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट BharatGPT पर काम कर रहे हैं। मुंबई में आयोजित टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेन्स में BharatGPT की पहली झलक दिखाई गई।
BharatGPT क्यों खास है?
भारत में इंटरनेट का तेजी से बढ़ता उपयोग और स्मार्टफोन की पहुंच को देखते हुए, भारतीय भाषाओं में चैटबॉट की अहमियत बढ़ती जा रही है। BharatGPT इसी जरूरत को पूरा करेगा। यह लोगों को उनकी भाषा में इंटरनेट से जुड़ने और जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। साथ ही, यह भारतीय व्यवसायों और स्टार्टअप्स को बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने में भी सक्षम बनाएगा।
ChatGPT को टक्कर?
ChatGPT वर्तमान में सबसे लोकप्रिय चैटबॉट में से एक है। BharatGPT इस बाजार में ChatGPT को टक्कर देगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों चैटबॉट्स में से कौन इस रेस में आगे निकलता है।
भारतीय बाजार में भाषा और सांस्कृतिक संदर्भों को ध्यान में रखते हुए चैटबॉट का होना बहुत महत्वपूर्ण है। BharatGPT इस आवश्यकता को पूरा करने का प्रयास करेगा। यह भारत में AI के उपयोग को बढ़ावा दे सकता है और डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को भी पूरा करने में मदद कर सकता है।