ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने एक ऐसा AI टूल विकसित किया है जो Heart Disease से होने वाली मौत का खतरा बता सकता है। यह टूल सीटी स्कैन इमेज का विश्लेषण करके मरीजों में घातक हृदय गति विकार (Arrhythmia) के खतरे का अनुमान लगाता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह टूल 80% सटीकता के साथ भविष्यवाणी कर सकता है कि किन मरीजों को हृदय गति विकार के कारण जान का खतरा है।
हृदय गति विकार क्या है?
हृदय गति विकार एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है। यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है। हृदय गति विकार के कई प्रकार होते हैं, जिनमें वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन (Ventricular fibrillation) सबसे घातक है। वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन में दिल की धड़कन अचानक और तेज़ी से बढ़ जाती है, जिससे मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है और मृत्यु हो सकती है।
AI टूल कैसे काम करता है?
यह AI टूल सीटी स्कैन इमेज का विश्लेषण करके मरीजों में वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन के खतरे का अनुमान लगाता है। टूल इमेज में दिल की मांसपेशियों की बनावट और संरचना का विश्लेषण करता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल की मांसपेशियों की बनावट और संरचना में बदलाव से पता चलता है कि मरीज को वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन का खतरा कितना है।
टूल हृदय रक्त वाहिकाओं में वसा जमा होने की मात्रा और स्थान का विश्लेषण करता है। यह जानकारी Heart Disease से होने वाली मौत का खतरा निर्धारित करने के लिए उपयोग की जाती है।
यह टूल अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है, लेकिन वैज्ञानिकों का दावा है कि यह 80% सटीकता के साथ Heart Disease से होने वाली मौत का खतरा बता सकता है। यह टूल डॉक्टरों को Heart Disease के उच्च जोखिम वाले मरीजों की पहचान करने और उन्हें उचित उपचार प्रदान करने में मदद कर सकता है।
अध्ययन में सटीक आया रिपोर्ट
इससे जुड़ी स्टडी ‘यूरोपियन हार्ट जर्नल डिजिटल हेल्थ’ में पब्लिश हुई है, जिसमें बताया गया है कि ब्रिटेन के ‘लीसेस्टर यूनिवर्सिटी’ नेतृत्व वाली एक टीम ने VA-ResNet-50 नाम का एक टूल तैयार किया है जिससे वैज्ञानिकों ने Heart Disease से जुड़ी एक अध्ययन किया है। अध्ययन में 270 वयस्कों को शामिल किया गया था जो 2014 और 2022 के बीच घर पर रह रहे थे।
इन सभी लोगों का होल्टर ECG किया गया था। जिसमे औसतन 1.6 सालों में, 159 लोगों ने घातक वेंट्रिकुलर एरिथमिया का अनुभव किया। VA-ResNet-50 टूल का उपयोग करके, शोधकर्ताओं ने इन लोगों के ECG डेटा का विश्लेषण किया। टूल ने 80% सटीकता के साथ भविष्यवाणी की कि कौन से लोग घातक वेंट्रिकुलर एरिथमिया का अनुभव करेंगे। इसका मतलब है कि टूल ने हर 5 में से 4 मामलों में सही भविष्यवाणी की।