हर साल 1 मई को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Labour Day) मनाया जाता है। इसे मई दिवस, कामगार दिवस, श्रम दिवस और श्रमिक दिवस जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे एक खास उद्देश्य है, वह है श्रमिकों के योगदान को सम्मान देना और लोगों को उनकी परिस्थितियों व समस्याओं के प्रति जागरूक बनाना। आइए जानते हैं इस खास दिन के इतिहास, महत्व और इस साल की थीम के बारे में।
इतिहास के पन्नों से – मजदूर दिवस की शुरुआत
International Labour Day की शुरुआत करीब 135 साल पहले अमेरिका में हुई थी। उस समय अमेरिका में मजदूरों की हालत बेहद खराब थी। उन्हें एक दिन में लगभग 15 घंटे काम करना पड़ता था। काम करने की जगहों पर साफ-सफाई का भी ख्याल नहीं रखा जाता था और हवादार वातावरण भी नहीं होता था। इन बदतर परिस्थितियों से परेशान होकर मजदूरों ने हड़ताल करने का फैसला किया। 1 मई 1886 को कई श्रमिक अमेरिका की सड़कों पर उतर आए। उनकी मांग थी कि काम के घंटों को 15 घंटे से घटाकर 8 घंटे किया जाए और काम की जगहों में भी सुधार किए जाएं।
हड़ताल के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। हालांकि, इस आंदोलन का दूरगामी प्रभाव पड़ा। धीरे-धीरे दुनियाभर के मजदूर संगठनों ने भी आठ घंटे के कार्यदिवस की मांग को अपना लिया।
हालांकि, जब पुलिस को लगा कि स्थिति काबू से बाहर जा रही है, तो उन्होंने गोलियां चला दीं। इस घटना में 100 से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे और कई श्रमिकों की जान भी चली गई। इसी खूनी संघर्ष के बाद 1 मई को International Labour Day के रूप में मनाने का फैसला किया गया। वहीं 1889 में पेरिस में हुई दूसरी इंटरनेशनल कम्युनिस्ट कॉन्फ्रेंस में 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया।
International Labour Day का महत्व
श्रमिकों का सम्मान: यह दिन श्रमिकों के योगदान को सम्मान देने का अवसर है। समाज के विकास में श्रमिकों की अहम भूमिका होती है। वे कारखानों में उत्पादन करते हैं, सड़कें बनाते हैं, खेतों में फसल उगाते हैं और हर वो काम करते हैं जो हमारे जीवन को आसान बनाता है। इस दिन हम श्रमिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
श्रमिकों के अधिकारों के लिए जागरूकता: श्रमिक दिवस हमें श्रमिकों के अधिकारों के प्रति जागरूक करता है। उचित वेतन, सुरक्षित कार्यस्थल और सामाजिक सुरक्षा श्रमिकों के मूलभूत अधिकार हैं। इस दिन श्रमिक संगठन इन अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाते हैं।
क्या है इस साल की थीम?
हर साल International Labour Day की एक खास थीम चुनी जाती है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) आमतौर पर हर साल मजदूर दिवस की थीम की घोषणा करता है। इस साल की थीम है ensuring workplace safety and health amidst climate change, यानी जलवायु परिवर्तन के बीच काम की जगह पर श्रमिकों के स्वास्थय और सुरक्षा को सुनिश्चित करना। इस थीम के जरिए श्रमिकों के स्वास्थय और सुरक्षा को महत्व देने पर जोर दिया जाएगा।