भारतीय रेलवे ने भागलपुर और बरहरवा के बीच तीसरी और चौथी Railway Line के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) रेलवे मंत्रालय को भेज दिया है। यह परियोजना रेलवे यातायात को सुगम बनाने और रेल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से तैयार की गई है। रेललाइनों को बिछने से इस रूट में ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी। जिससे रेलवे को तो फायदा होगा ही, यात्रियों को भी सुविधा होगी।
परियोजना की मुख्य विशेषताएँ
इस परियोजना के तहत, भागलपुर से बरहरवा के बीच 87 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी Railway Line बिछाई जाएगी। यह परियोजना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह क्षेत्र बिहार और झारखंड के बीच यातायात का प्रमुख मार्ग है। मौजूदा समय में, इस रूट पर अत्यधिक भीड़भाड़ रहती है, जिससे यात्रियों और मालवाहक गाड़ियों को समय पर पहुंचने में कठिनाई होती है।
परियोजना की लागत और वित्त पोषण
परियोजना की कुल लागत लगभग 3,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस लागत में भूमि अधिग्रहण, निर्माण सामग्री, श्रम, और अन्य संबंधित खर्च शामिल हैं। रेलवे मंत्रालय ने इस परियोजना के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, कुछ वित्तीय भागीदारी राज्य सरकारों से भी की जा रही है ताकि परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके।
परियोजना की आवश्यकता और लाभ
भागलपुर-बरहरवा Railway Line पर यातायात का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है। मौजूदा Railway Line इस दबाव को संभालने में असमर्थ हैं, जिससे ट्रेनों की समयबद्धता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। नई तीसरी और चौथी लाइनें इस समस्या को हल करने में सहायक होंगी। इन लाइनों के निर्माण से यात्री ट्रेनों के समय में सुधार होगा और मालवाहक गाड़ियों की गति भी बढ़ेगी।
परियोजना की संभावित चुनौतियाँ
इस परियोजना के क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी हो सकती हैं। भूमि अधिग्रहण सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि इसके लिए स्थानीय निवासियों की सहमति और सहयोग आवश्यक है। इसके अलावा, परियोजना की समय सीमा को बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है, ताकि अतिरिक्त लागत से बचा जा सके।
स्थानीय निवासियों और व्यापारिक समुदाय ने इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका मानना है कि नई Railway Line के निर्माण से उनके व्यवसायों में सुधार होगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। भागलपुर के एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “नई Railway Line हमारे व्यवसाय के लिए वरदान साबित होंगी। हमें उम्मीद है कि इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।”
परियोजना की समयसीमा
Railway Line परियोजना को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस समयसीमा को बनाए रखने के लिए निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही, रेलवे मंत्रालय ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है ताकि यात्री सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।