टी-20 फॉर्मेट के नंबर एक बल्लेबाज माने जाने वाले सूर्यकुमार यादव (SuryaKumar Yadav) की इस बार के वर्ल्ड कप में मिली जुली क्रिकेट देखने को मिली है, लेकिन एक बार जब यह खिलाड़ी क्रिज पर टिक जाता हैं तो फिर अच्छे-अच्छे गेंदबाजी आक्रमण की धज्जिया उड़ जाती है. हालांकि सूर्यकुमार यादव (SuryaKumar Yadav) का यह फॉर्म देखना अभी बाकी है. यह खिलाड़ी काफी लंबे समय से टी-20 रैंकिंग में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज रहे हैं. इसके बावजूद भी उन्हें न जाने किस बात का डर सता रहा है.
इस वजह से डरे सूर्यकुमार
सुपर 8 में पहुंचने के बाद सूर्यकुमार यादव (SuryaKumar Yadav) काफी चिंता में नजर आ रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि वह जिस तरह की प्रदर्शन के लिए पहचाने जाते हैं, अभी तक वैसा कमाल नहीं दिखा पाए हैं. सूर्या का कहना है कि ऐसी पिच पर रन बनाने के लिए आपको परिस्थितियों के मुताबिक अपने बल्लेबाजी में बदलाव करना होगा. टीम इंडिया को सुपर 8 के मैच बारबाडोस, एंटीगुआ और सेंट लूसिया में खेलना है जो बल्लेबाजों के लिए थोड़ा आसान हो सकता है. 22 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ टीम इंडिया अपने अभियान की शुरुआत करेगी. इसके बाद टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया और फिर बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है.
अपनी पोजीशन पर कही ये बात
सूर्यकुमार यादव (SuryaKumar Yadav) पिछले 2 साल से लगातार टी-20 रैंकिंग में नंबर एक पर है. इसके बारे में उन्होंने कहा कि यदि आप पिछले 1- 2 वर्षों से नंबर एक पड़ है तो आपको विभिन्न परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है. आपको यह जानना होगा कि कैसे आपको टीम की जरूरत है. उसके अनुसार खेलना होगा, जो आपको एक बेहतर बल्लेबाज बनाता है और मैं यही करने की कोशिश करता हूं और जब प्रतिद्वंदी आपकी खेलने की शैली को जानता है, तो आपके लिए रन बनाना आसान नहीं होता. ऐसी स्थिति में समझदारी से बल्लेबाजी करनी होती है.