पूर्णिया के नवनिर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ Pappu Yadav ने एक बार फिर जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने पूर्णिया के डॉक्टरों की फीस में कटौती का ऐलान किया है, जिससे आम लोगों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा। इस फैसले से शहर के हजारों लोग सस्ता और सुलभ इलाज प्राप्त कर सकेंगे।
डॉक्टरों की फीस में कटौती
Pappu Yadav ने पूर्णिया में डॉक्टरों की फीस को आधा करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि कई डॉक्टरों ने इस पहल का समर्थन करते हुए अपनी फीस में कमी की है। इसका मकसद है कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें। Pappu Yadav ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति पैसे की कमी के कारण इलाज से वंचित न रह सके।”
जानिये क्या है अब डॉक्टरों की फीस
सांसद राजेश रंजन उर्फ Pappu Yadav के अनुसार अब पूर्णिया में डॉक्टरों की फीस को कम कर दिया है। फिजिशियन की फीस अब 500 रुपये और सर्जन की 300 रुपये हो गई है। इसके अलावा, बीपीएल परिवारों को इलाज और जांच में विशेष छूट दी जाएगी। यह छूट प्राप्त करने के लिए बीपीएल धारकों को Pappu Yadav के कार्यालय से एक चिट्ठी लेनी होगी। इस पत्र को प्राप्त करने के लिए उनके कार्यालय में 24 घंटे सेवा उपलब्ध रहेगी।
सांसद Pappu Yadav ने बताया कि बीपीएल परिवारों को एक्स-रे के लिए अब 200 रुपये और सीटी स्कैन के लिए 1200 रुपये देने होंगे। इसके अलावा, डॉक्टर अब एक महीने के अंदर दोबारा फीस नहीं ले सकते। निजी नर्सिंग होम में भर्ती गरीब मरीजों के इलाज में 30 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह पहल उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते।
आम जनता को मिलेगा लाभ
इस कदम से सबसे अधिक फायदा उन लोगों को होगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और महंगे इलाज का खर्च नहीं उठा सकते। पूर्णिया जैसे शहर में जहां चिकित्सा सुविधाएं सीमित हैं, वहां यह पहल एक बड़ी राहत साबित होगी। यादव ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा गरीब और जरूरतमंद लोगों के हित में काम करती रहेगी।
फर्जी आईसीयू बंद करने का दिया आदेश
सांसद Pappu Yadav ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि फर्जी आईसीयू को दो माह के भीतर बंद किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जहां एमबीबीएस डॉक्टर नहीं हैं, वहां फर्जी आईसीयू नहीं चलेंगे। इसके अलावा, बगैर डॉक्टर के जो पैथोलॉजी लैब चला रहे हैं, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी और उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।
Pappu Yadav ने मेडिकल दुकानदारों को भी चेतावनी दी कि वे बगैर डॉक्टर की सलाह के आवश्यकता से अधिक दवाएं मरीजों को न दें। उन्होंने कहा कि मरीज को अपनी सुविधा के अनुसार जांच कराने का अधिकार है और डॉक्टर की मर्जी के अनुसार पैथोलॉजी में जांच नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जहां डॉक्टर नहीं हैं, उन पैथोलॉजी और नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई की जाए और इन्हें दो माह के भीतर बंद किया जाए।
बंगाल और नेपाल से भी आते हैं मरीज
पूर्णिया के लाइन बाजार को मेडिकल हब माना जाता है। यहां कोसी और सीमांचल के जिलों जैसे पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया और सुपौल के मरीज इलाज कराने आते हैं। इसके अलावा, पड़ोसी राज्य बंगाल और देश नेपाल से भी लोग अपना इलाज कराने यहां पहुंचते हैं।