Sanchar Sathi Portal: 16 मई को संचार साथी के लॉन्च होने के बाद से, मोबाइल फोन users की सुरक्षा के लिए बनाया गया यह एप कुछ ही दिनों में 1 करोड़ 80 लाख से ज्यादा विजिटर्स की संख्या दर्ज की है। इतने कम समय के अंदर इतनी ज्यादा लोगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए, दूरसंचार विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पोर्टल ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए इतने विजिटर्स की संख्या हासिल कर ली है।
भारतीय दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने बताया की, ‘हम इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में प्रकाशित करना चाहते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि अभी तक कोई भी सरकारी साइट या पोर्टल ऐसा नहीं है, जिसेने इस तरह की प्रतिक्रिया और विजिटर्स के नंबर को लगभग 3-4 सप्ताह के अंदर ही हासिल किया हो।’ संचार साथी पोर्टल को दूरसंचार विभाग के अनुसंधान और विकास (R&D) विंग सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ टेलीमैटिक्स (C-DOT) द्वारा डिज़ाइन किया गया है और DOT के पास इसका ओनरशिप है।
इस पोर्टल की हेल्प से सिटीजंस यह देख सकते हैं कि उनके नाम पर कितने सिम कार्ड जारी किए गए हैं और यदि कोई विशेष नंबर है, जो उनको लगता है कि किसी और व्यक्ति ने उनकी पहचान का उपयोग करके अवैध रूप से लिया है, तो वो उस पोर्टल का उपयोग उन नंबरों को ब्लॉक करने के लिए कर सकते हैं। कई बार लोगों का प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद भी अपनी चोरी या खोया हुआ फोन वापस नहीं मिल पाता हैं। लेकिन वे संचार साथी में IMEI (इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी) नंबर सहित अपना विवरण दे सकते हैं और उस एफआईआर कॉपी का भी उपयोग कर सकते हैं जिसके बाद प्रवर्तन एजेंसी डिवाइस का पता लगा लेगी। इस पोर्टल की मदद से करीब 2 लाख 60 हजार लोगों को अपना फोन और सिम को ट्रेस करने में सफलता मिली है।