Donation to IIT Bombay: इंफोसिस लिमिटेड के को-फआउंडर और चेयरमैन और यूआईडीएआई के फाउंडिंग चेयरमैन नंदन नीलेकणी ने अपने अल्मा मेटर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे को 315 करोड़ रुपये (38.5 मिलियन डॉलर) का दान दिया है। इससे पहले उन्होंने संस्थान को 85 करोड़ रुपये का योगदान दिया था, जिससे अब उनका कुल योगदान 400 करोड़ रुपये का हो गया है। इस दान के साथ, IIT बॉम्बे का उद्देश्य ‘विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचे’ का निर्माण और रखरखाव करना, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और IIT बॉम्बे में एक डीप टेक स्टार्टअप इकोसिस्टम को बनाना है।
नीलेकणि ने मंगलवार को बेंगलुरु में आईआईटी बॉम्बे के निर्देशक प्रोफेसर सुभासिस चौधरी के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया है। पिछले 50 वर्षों में नीलेकणि कई भूमिकाओं में संस्थान से जुड़े रहे हैं। उन्होंने साल 1999 से 2009 तक IIT बॉम्बे हेरिटेज फाउंडेशन के बोर्ड में सेवा की और 2005 से 2011 तक बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में रहे। वहीं संस्थान ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि, “यह महत्वपूर्ण योगदान इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थानों के बीच वैश्विक नेता बनने और राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए IIT बॉम्बे की महत्वाकांक्षी दृष्टि के लिए एक सहायता के रूप में कार्य करेगा।”
इन्फोसिस के सह-संस्थापक ने साल 1973 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री के लिए IIT बॉम्बे में एडमिशन लिया था। उन्होंने कहा कि ‘आईआईटी-बॉम्बे मेरे जीवन में एक आधारशिला रहा है, मेरे प्रारंभिक वर्षों को आकार दिया है और मेरी यात्रा की नींव रखी है। जैसा कि मैं इस प्रतिष्ठित संस्थान के साथ अपने जुड़ाव के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहा हूं, मैं इसके भविष्य में आगे बढ़ने और योगदान देने के लिए आभारी हूं। यह दान फाइनेंसियल सपोर्ट से बढ़कर है। यह उस जगह के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में दिया गया डोनेशन है जिसने मुझे बहुत कुछ दिया है और उन छात्रों के प्रति प्रतिबद्धता है जो कल हमारी दुनिया को आकार देंगे।’