Assam Flood: असम में इन दोनों बाढ़ के कारण राज्य की स्थिति गंभीर बनी हुई है। असम में बाढ़ के कारण 10 जिलो के लाखों लोग इसकी चपेट में आ गए हैं। इस बाढ़ के कारण वहां के लोगों के पास रहने को घर नहीं है और खाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ ने तकरीबन सैकड़ों गांवों को अपने चपेट में ले लिया है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि असम में बाढ़ की आने का मेन रीजन यह है कि ब्रह्मपुत्र धुबरी, तेजपुर और नेमाटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी और वहीं इसकी सहायक नदी शिवसागर भी तेज़ उफान पर थी। जिसकी वजह से राज्य में बाढ़ की स्थिति बन गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन ने क्या कहा?
इस मामले पर राज्य के आपदा प्रबंधन डिपार्टमेंट ने एक रिपोर्ट शेयर कर बताया है कि बीते रविवार को असम के सोनितपुर, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर, माजुली, शिवसागर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 98,800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं इस बाढ़ से सबसे ज्यादा गोलाघाट के 29,000 लोग बुरी तरह प्रभावित है। इसके अलावा धेमाजी में 28,000 और शिवसागर में लगभग 13,500 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं।
राज्य के एएसडीएमए के अनुसार क्या है राज्य की स्थिति?
इस मामले पर बताते हुए असम के एएसडीएमए ने कहा कि, शनिवार को राज्य के 12 जिलों में बाढ़ से करीब 1.08 लाख लोग प्रभावित हुए। इसके साथ ही राज्य प्रशासन दो जिलों में 17 राहत शिविर चला रहा है, जहां 2,941 लोगों ने शरण ली है। इसके अलावा, छह जिलों में 49 राहत वितरण केंद्र भी खोले गए हैं। इसके बाद उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में राज्य के करीब 371 गांव पानी में डूबे हुए है। इसके साथ ही पूरे असम में 3,618.35 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा बक्सा, बोंगाईगांव, चिरांग, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, उदलगुरी और तिनसुकिया में बड़े पैमाने पर बांधों का कटाव देखने को मिल रहा है। वहीं, कई गांवों की हालत बद से बद्तर हो गई है। सोनितपुर, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, मोरीगांव, बोंगाईगांव, चिरांग, गोलाघाट, लखीमपुर और माजुली जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
एएसडीएमए बुलेटिन के अनुसार, वर्तमान में करीब 371 गांव पानी में डूबे हुए है। पूरे असम में 3,618.35 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा बक्सा, बोंगाईगांव, चिरांग, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, उदलगुरी और तिनसुकिया में बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है। वहीं, कई गांवों की हालत बहुत ही बुरी हो गई है। सोनितपुर, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, मोरीगांव, बोंगाईगांव, चिरांग, गोलाघाट, लखीमपुर और माजुली जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं।