शिक्षा मनुष्य का एक अभिन्न अंग है। स्कूली शिक्षा पर देश की सर्वोच्च सलाहकार संस्था NCERT ने National Curriculum Framework के साथ ‘स्कूल पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें, शिक्षण और सीखने की सामग्री’ को रिवाइज्ड करने के लिए 19 सदस्यीय समिति की स्थापना की है। इस रिवीजन में शामिल होने वाले कक्षाए 3 से 12 तक के होंगे। NCERT ने इसकी पुष्टिकरण एक नोटिफिकेशन के जरिए की है।
कौन कौन होंगे समिति के सदस्य?
• फील्ड्स मेडलिस्ट मंजुल भार्गव
• आरएसएस से जुड़े संस्कृत भारती के संस्थापक सदस्य चामू कृष्ण शास्त्री
• पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय
• देश की जानी-मानी लेखिका और इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति
• गायक शंकर महादेवन
इन बड़ी हस्तियों के नाम के साथ साथ समिति में शामिल होने वाले और भी नाम दर्ज है। NCERT समिति निम्नलिखित ग्रेडों में सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए कक्षा 1 और 2 की पाठ्यपुस्तकों को भी संशोधित करेगी।
![NCERT panel](https://thepurnia.com/wp-content/uploads/2023/08/NCERT-panel--875x1024.jpeg)
समिति की अध्यक्षता राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान के चांसलर एमसी पंत करेंगे. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर भार्गव इसके सह-अध्यक्ष के रूप में शामिल होंगे। स्कूली शिक्षा के एक बड़े पुनर्गठन का सुझाव देने वाले प्री-ड्राफ्ट एनसीएफ भी इस प्रोजेक्ट का बड़ा हिस्सा है।
इसके साथ ही साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं की सिफारिश की और कक्षा 12 के लिए एक सेमेस्टर प्रणाली और छात्रों को विज्ञान, मानविकी, वाणिज्य विषयों के मिश्रण को आगे बढ़ाने की स्वतंत्रता भी मिलेगी। इस कदम से बच्चों के शिक्षा में वृद्धि होगी। आख़िरकार जब पढ़ेगा इंडिया तब ही बढेगा इंडिया।