भारतीय नौसेना ने राष्ट्रपति Draupadi Murmu की उपस्थति में ‘Vindhyagiri’ नामक स्थैल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। इसका आधिकारिक शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया गया। यह नीलगिरी क्लास का फ्रिगेट है, जो एक स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल युद्धपोत है।इसे कोलकाता की गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा बनाया जा रहा है।
कैसा है युद्धपोत?
‘Vindhyagiri’ भारतीय नौसेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका मुख्य कार्य युद्ध और संरक्षण क्षमता में वृद्धि करना है। इस नौसेना जहाज की स्थैल्थ गाइडेड मिसाइल तकनीक से लैस होने के कारण यह शत्रु सैन्य के लिए अग्निक्रिया में विशेष योग्यता रखता है। इसके तहत सात जंगी जहाज बनने है जिसमें पांच लॉन्च हो चुके हैं जो फरवरी 2025 तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएंगे। पहले लॉन्च किए गए पांच फ्रिगेट्स के नाम हैं- नीलगिरी, उदयगिरी, तारागिरी, हिमगिरी और दूनागिरी। जिसके बाद अब छठां फ्रिगेट विंध्यगिरी लॉन्च होने जा रहा है। इसका डिस्प्लेसमेंट 6670 टन है।
क्या है इस युद्ध पोत की छमता?
आपको बता दें कि यह युद्धपोत करीब 488.10 फीट लंबा है। जिसमें इसकी बीम 58.7 फीट की दी गई है। इसके साथ ही इसमें दो MAN डीजल इंजन लगा है। इसके अलावा 2 जनरल इलेक्ट्रिक के इंजन भी लगे है।यह एक इलेक्ट्रिक-डीजल युद्धपोत है जिसकी अधिकतम गति 59 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसके स्पीड रेंज की बात करें तो 52 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से चले तो इसकी रेंज 4600 किलोमीटर की है। इसके साथ ही इसमें एक साथ 35 अधिकारियों सहित 226 नौसैनिक तैनात हो सकते हैं। इस नौसेना जहाज का निर्माण मुंबई के मजगांव डॉक यार्ड में हुआ है और यह भारतीय सैन्य के संरक्षण शक्ति में नया आयाम प्रदान करेगा।
क्या है इसका मुख्य उद्देश्य?
‘Vindhyagiri’ नौसेना जहाज का मुख्य उद्देश्य भारतीय समुद्र में सुरक्षितता और शांति की रक्षा करना है। इसके साथ ही यह समुद्री आक्रमणों का सामना करने में भी सक्षम है और इसकी ताकत बढ़ाने के लिए यह नवाचारित तकनीक का भी इस्तेमाल करता है।
इस समारोह में उपस्थित थे भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी, रक्षा मंत्री और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तित्व। उन्होंने ‘Vindhyagiri’ के जल संचालन के साथ ही इसके योग्यता और शक्तियों की प्रशंसा की और उसके सैन्य स्थानिकों को उनके संघर्ष के लिए प्रशंसा दी।