हर दिन कोई ना कोई फिल्म जरूर रिलीज होती है पर इस बीच कई ऐसी फिल्में रहती है जो दर्शको के मन पर एक अलग ही प्रभाव छोड़ने का काम करती है. 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (National Films Awards 2023) की घोषणा दिल्ली के जूरी द्वारा प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से की गई है जिसमें कई सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को नवाजा गया है
इस फिल्म ने जीता लोगों का दिल
Rocketry: The Nambi Effect को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म से नवाजा गया है. वही काफी चर्चा में रही द कश्मीर फाइल्स को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म बताई गई है. साउथ के सुपरस्टार कहे जाने वाले अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) को Pushpa: The Rise के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए संजय लीला भंसाली को सर्वश्रेष्ठ संपादन से नवाजा गया.
इसके अलावा नेशनल फिल्म अवार्ड 2023 (National Films Awards 2023) की सूची में कई ऐसी फिल्मों का नाम शामिल है जिसने दर्शकों का न केवल मनोरंजन किया बल्कि अपनी अद्भुत कहानी से लोगों के दिलों दिमाग पर एक अलग पहचान बनाई. पिछली बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में अजय देवगन और सूर्या को ‘तान्हाजी’ में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला था.
* यहां देखें पूरी लिस्ट
फ़ीचर फ़िल्म श्रेणी
सर्वश्रेष्ठ मिशिंग फिल्म- बूम्बा राइड
सर्वश्रेष्ठ असमिया फिल्म- अनुर
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म- कालकोहो
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म- सरदार उधम
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म- 777 चार्ली
सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म- चेलो शो
सर्वश्रेष्ठ मैथिली फिल्म- समानान्तर
सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म- एकदा काय जाला
सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म- होम
विशेष जूरी पुरस्कार- शेरशाह
सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार- भाविन रबारी, छैलो शो
किसी निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ पहली फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार- मेप्पडियन, विष्णु मोहन
सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म- अनुनाद-द रेज़ोनेंस
पर्यावरण संरक्षण/संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म- आवासव्यूहम
सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म- गांधी एंड कंपनी
सर्वश्रेष्ठ पटकथा (मूल) – शाही कबीर, नयट्टू
सर्वश्रेष्ठ पटकथा (रूपांतरित)- संजय लीला भंसाली और उत्कर्षिनी वशिष्ठ, गंगूबाई काठियावाड़ी
सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक- उत्कर्षिनी वशिष्ठ और प्रकाश कपाड़िया, गंगूबाई काठियावाड़ी
सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक (गीत)- देवी श्री प्रसाद, पुष्पा
गैर-फ़ीचर फ़िल्म श्रेणी
विशेष उल्लेख: बाले बंगारा (अनिरुद्ध जटकर), करुवराई (श्रीकांत देवा), द हीलिंग टच (श्वेता कुमार दास) और एक दुआ (राम कमल मुखर्जी)
सर्वश्रेष्ठ कथन/वॉइस ओवर – कुलदा कुमार भट्टाचार्जी (हतीबोंधु)
सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन – ईशान दिवेचा (सकुलेंट)
सर्वश्रेष्ठ संपादन – अभ्रो बनर्जी (इफ मेमोरी सर्व्स मी राइट)
सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन साउंड रिकॉर्डिस्ट (लोकेशन/सिंक साउंड) – सुरुचि शर्मा (मीन राग)
सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी (री-रिकॉर्डिस्ट) – उन्नी कृष्णन (एक था गांव)
सर्वश्रेष्ठ छायांकन – बिट्टू रावत (पाताल-टी)
सर्वश्रेष्ठ निर्देशन – बकुल मटियानी (कृपया मुस्कुराएं)
पारिवारिक मूल्यों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म – चांद सांसें
सर्वश्रेष्ठ लघु फिक्शन फिल्म – दाल भात (गुजराती)
विशेष जूरी – रेखा (मराठी फिल्म)
सर्वश्रेष्ठ एनिमेशन फिल्म – कंदित्तुंडु (मलयालम)
सर्वश्रेष्ठ खोजी फ़िल्म – लुकिंग फ़ॉर चालान (अंग्रेजी)
सर्वश्रेष्ठ अन्वेषण/साहसिक फिल्म – आयुष्मान
सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक फिल्म – सिरपिगलिन सिरपंगल (तमिल)
सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म – मिठू दी (मराठी) और थ्री टू वन (मराठी और हिंदी)
सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण फ़िल्म – मुन्नम वलावु (मलयालम)
सर्वश्रेष्ठ प्रमोशनल फिल्म – लुप्तप्राय विरासत ‘वर्ली आर्ट’
सर्वश्रेष्ठ विज्ञान और प्रौद्योगिकी फिल्म – एथोस ऑफ डार्कनेस
सर्वश्रेष्ठ कला/सांस्कृतिक फिल्म – टीएन कृष्णन बो स्ट्रिंग्स टू डिवाइन
सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन
सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा संगीत: राजीव विजयकर द्वारा द इनक्रेडिबली मेलोडियस जर्नी
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक: पुरूषोत्तम चार्युलु
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म समीक्षक (विशेष उल्लेख): सुब्रमण्य बंडूर