सावन (Saawan) का महीना भगवान शिव के लिए अत्यंत पावन माना जाता है. यही वजह है कि सावन के महीने में सोमवार के दिन शिव के मंदिर में भक्तों की लंबी कतार नजर आती है. यह दिन भक्तों के लिए भी काफी खास माना जाता है, जिस दिन वह सुबह से ही महादेव की पूजा करने के लिए लंबी-लंबी लाइन में खड़े रहते हैं. इस बार का सावन 2 महीने का था जिसमें जमकर भक्तों ने भगवान शिव की पूजा आराधना की. आज सावन का आखिरी सोमवार है, जिसमें प्रदोष व्रत का सहयोग भी बन रहा है, जिसके चलते आखिरी सोमवारी का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
बेहद खास है आखिरी सोमवार
सावन (Saawan) के आखिरी सोमवार पर विधि विधान से महादेव की पूजा व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. सावन के आखिरी सोमवारी पर सावन पुत्रदा एकादशी सोम प्रदोष व्रत आयुष्मान योग का शुभ सहयोग बना रहा है. सावन की एकादशी को पवित्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है जो भगवान विष्णु को समर्पित है. ऐसे में इस दिन सच्चे मन से व्रत और पूजा पाठ किया जाए तो महादेव के साथ-साथ भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा. साथ ही घर में धन और वैवाहिक परेशानियां दूर होती है.
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इस विधि से करें पूजा पाठ
सावन (Saawan) के आखिरी सोमवार के दिन भगवान शिव को मालपुआ का भोग लगाना बेहद ही शुभ माना जा रहा है. इससे भोलेनाथ प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरी करेंगे. आखिरी सोमवार को शिवलिंग का जलाभिषेक करने से बिल्कुल भी ना चुके. साथ ही साथ वैवाहिक जीवन में हो रही उथल-पुथल या विवाह में हो रही देरी से बचने के लिए जल में केसर डालकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने से आपकी सारे कष्ट दूर हो जाते हैं.