हिंदू धर्म में हर पर्व का अपना एक अलग महत्व होता है. अगर शुभ मुहूर्त के साथ सच्चे मन से पूजा पाठ किया जाए तो हमें उसका परिणाम मिलता है. आज 1 दिसंबर को नए महीने के साथ-साथ दिसंबर का नया सप्ताह भी शुरू हो रहा है. आज मार्ग शीश माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है. शुक्रवार का दिन वैसे तो मां लक्ष्मी को समर्पित होता है, लेकिन आज के दिन माता संतोषी (Santoshi Mata Vrat) की पूजा करना भी आपके लिए काफी फलदाई और शुभ हो सकता है.
इस तरह करे माता की पूजा
शुक्रवार को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके और लाल वस्त्र धारण करें. माता संतोषी (Santoshi Mata Vrat) का चित्र और कलश स्थापित कर पूजा करें. पूजा में गुड़, चना, कमल का फूल, फल, दूर्वा, अक्षत, नारियल फल माता को अर्पित करें और लाल चुनरी चढ़ाना बिल्कुल भी ना भूले. आखिर में आरती अर्चना और प्रसाद भेंट करें. शाम के समय एक बार फिर आरती करने के बाद ही पारण करें. इस दिन गरीबों और जरूरतमंद को भोजन करने से काफी लाभ मिलता है.
इन नियमों का करना चाहिए पालन
किसी भी व्रत की शुरुआत करना बस जरूरी नहीं होता बल्कि उसका सही तरीके से उद्यापन करना भी मायने रखता है, वरना आपको इस व्रत का पूरा फल नहीं मिल पाता है. संतोषी माता के व्रत में कभी भी ना तो खट्टी चीज खाएं ना ही शुक्रवार के दिन उसे घर में लाए. व्रत करने वाले व्यक्ति को पूजा के बाद गुड़ और चने का बना प्रसाद जरूर खाना चाहिए. इससे आपको पूजा का फल मिलता है. यह ध्यान रखें कि पितृपक्ष में किसी भी व्रत की शुरुआत नहीं करना चाहिए. यदि आप पहले से व्रत कर रहे हैं तभी पितृपक्ष में व्रत रखें.