Vastu Tips: हमारे हिंदू धर्म में जब भी हम किसी शुभ कार्य की शुरुआत करते हैं, तो वहां पर स्वास्तिक का चिह्न जरूर बनाया जाता है. इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह है. वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) में भी स्वास्तिक के चिन्ह को बेहद ही खास बताया गया है, लेकिन इसके लिए सही दिशा का चुनना काफी जरूरी होता है. स्वास्तिक को मंगल का प्रतीक भी माना जाता है जिससे सुख समृद्धि और सौभाग्य बनी रहती है. इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का विनाश होता है और सकारात्मकता आती है.
इस नियम का करे पालन
वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार स्वास्तिक का चिन्ह बनाते वक्त ध्यान रखें कि उत्तर पूर्व या उत्तर दिशा ईशान कोण में बनाना शुभ माना जाता है. आज के समय में अष्ट धातु या तांबे से बना स्वास्तिक के लिए आता है जो लोग घर में रखते हैं. यह भी काफी शुभ माना जाता है. स्वस्तिक बनाते समय चंदन, कुमकुम या हल्दी का इस्तेमाल जरूर करें. स्वस्तिक बनाते समय कभी भी पहले क्रॉस या प्लस नहीं बनाना चाहिए. सबसे पहले इसका दाया भाग बनाए और फिर बाया भाग बनाएं. ध्यान रखें कि यह कभी भी उल्टा नहीं बनना चाहिए. ऐसा करने से अशुभ होता है.
कभी भी ना भूले ये बातें
यदि हम किसी जगह पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर उस कार्य की शुरुआत करते हैं तो वह सफल होता है. साथ ही साथ व्यक्ति को आर्थिक लाभ की संभावना होने लगती है और घर में शांति सुख और समृद्धि का वास होता है. हमारे सनातन धर्म में खास तौर पर स्वास्तिक का इस वजह से भी बेहद खास महत्व बताया गया है जिसे हमें कभी भी भूलना नहीं चाहिए.