कहा जाता है देवों के प्रमुख गणपति लोगों के सभी कष्ट हरते हैं और उनके जीवन में शांति- सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. 19 सितंबर से शुरू होने वाले गणेश चतुर्थी की तैयारी अभी से ही शुरू हो चुकी है. ऐसे में अगर आप भी अपने जीवन में किसी तरह की समस्या से परेशान है और उससे हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप गणेश जी की एक खास स्वरूप की आराधना करके अपने इन परेशानियों से दूर रह सकते हैं. किसी भी कार्य की शुरुआत से पहले गणपति जी को ही निमंत्रण दिया जाता है. गणपति जी की कई प्रतिमाओं का उल्लेख वेदो और पुराणों में भी मिलता है, इसलिए उनके अलग-अलग स्वरूपों का अलग-अलग महत्व है.
धनदाता गणपति– जिन लोगों को लगातार अपने काम में घाटा हो रहा है या आपके घर में पैसा नहीं रूक पा रहा है तो आप धनदाता गणपति जी की पूजा कर सकते हैं. इस स्वरूप की पूजा करने से आपको आर्थिक लाभ होता है और आपके घर में मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है.
सिद्धि दायक गणपति– गणपति के इस स्वरूप में आप देखेंगे कि उनकी चार भुजाओं में कमंडल, अक्षमाला, पुष्प और त्रिशूल होते हैं. वैसे लोग जो काफी मेहनत के बाद भी अपने जीवन में सफलता हासिल नहीं कर पा रहे हैं, वह गणपति के इस स्वरूप की पूजा कर सकते हैं.
ऋण मोचन गणपति– गणपति जी के इस स्वरूप का सुबह शाम पाठ करने से आपके सारे रुके हुए काम पूरे होते हैं और आपने जो काफी लंबे समय से कर्ज ले रखा है उसे भी आप चुकाने में धीरे-धीरे सफल हो पाते हैं.
विघ्नहर्ता गणपति– अगर आपके जीवन में सुख शांति की कमी है, हर दिन नई-नई परेशानी आती है या आपके परिवार में कलह होते रहता है तो विघ्नहर्ता गणपति की पूजा करनी चाहिए. इससे घर में शांति बनी रहती है.
संतान गणपति– ऐसे जोड़े जो काफी लंबे समय से संतान चाहते हैं लेकिन उन्हें संतान की प्राप्ति नहीं हो रही है. वह गणपति के इस स्वरूप की इस बार पूजा कर सकते हैं. गणेश जी के आशीर्वाद से आपके संतान की कामना पूरी होती है और आपका जीवन खुशियों से भर जाता है.