भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में Kia लगातार अपनी पैठ मजबूत कर रही है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, Kia की तीन लोकप्रिय एसयूवी – कैरेंस, सेल्टोस और सोनेट – अपने-अपने सेगमेंट में सबसे कम मेंटेनेंस वाली कारों में से एक बन गई हैं। इसका मतलब है कि इन कारों के मालिकों को सर्विस और मरम्मत पर अब कम खर्च करना होगा।
यह रिपोर्ट ऑटोमोटिव रिसर्च फर्म जे.डी. पावर द्वारा जारी की गई है। इस रिपोर्ट में सर्विस और मरम्मत लागत के आधार पर विभिन्न कारों को उनकी रैंकिंग दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, Kia कैरेंस कॉम्पैक्ट एमपीवी सेगमेंट में सबसे कम मेंटेनेंस वाली कार बन गई है। वहीं, किआ सेल्टोस मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में और किआ सोनेट सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में सबसे कम मेंटेनेंस वाली कारों में से एक बन गई है।
किआ की इन कारों के कम मेंटेनेंस कॉस्ट होने के कई कारण हैं। इनमें से कुछ कारण इस प्रकार हैं:
लंबी सर्विस इंटरवल: किआ इन कारों के लिए लंबे सर्विस इंटरवल देती है। इसका मतलब है कि कार को कम बार सर्विस स्टेशन पर ले जाना होगा, जिससे सर्विसिंग लागत में कमी आती है।
वारंटी और फ्री सर्विस: Kia इन कारों पर 3 साल या 1 लाख किलोमीटर की वारंटी और 3 फ्री सर्विस देती है। इससे मालिकों को शुरुआती कुछ सालों में सर्विस और मरम्मत पर होने वाले खर्च से राहत मिलती है।
किफायती स्पेयर पार्ट्स: Kia यह सुनिश्चित करती है कि उसके स्पेयर पार्ट्स बाजार में आसानी से उपलब्ध हों और उनकी कीमतें भी उचित हों। इससे मरम्मत लागत को कम रखने में मदद मिलती है।
Kia की इन कारों के कम मेंटेनेंस कॉस्ट होने से भारतीय ग्राहकों को काफी फायदा होगा। इससे न केवल उनकी गाड़ी चलाने की कुल लागत कम होगी, बल्कि उन्हें सर्विस और मरम्मत के लिए बार-बार सर्विस स्टेशन पर जाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपनी कार का इस्तेमाल रोजाना करते हैं।
Kia कैरेंस थ्री-रो सेगमेंट में सबसे आगे है। कैरेंस पेट्रोल वर्जन की मेंटेनेंस लागत इसके किसी भी कंपटीटर की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक किफायती है। वहीं, रखरखाव के लिए 26 प्रतिशत कम लागत के साथ डीजल संस्करण और भी अधिक किफायती है। वहीं सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी के पेट्रोल वेरिएंट पर रखरखाव लागत 16 प्रतिशत कम और डीजल वेरिएंट पर सेगमेंट औसत की तुलना में 14 प्रतिशत कम है।