अगर आपके कार के Tyre बार-बार खराब हो रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप अपने कार के टायरों का ठीक से ध्यान नहीं रख रहे हैं। टायरों का बार-बार खराब होना न केवल आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है, बल्कि बीच रास्ते में भी आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
कार के टायरों का सही रखरखाव न केवल कार के प्रदर्शन को बेहतर बनाता है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। खराब टायरों के कारण कार का माइलेज कम हो जाता है और दुर्घटना होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि आप अपने Tyre का सही रखरखाव करें।
टायर प्रेशर चेक करें
टायर प्रेशर सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है जो Tyre के प्रदर्शन और सुरक्षा को प्रभावित करता है। कम प्रेशर वाले टायरों से माइलेज कम हो जाता है और टायरों के जल्दी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा प्रेशर वाले टायरों से राइड क्वालिटी खराब हो जाती है और Tyre फटने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि हम नियमित रूप से अपने कार के टायरों का प्रेशर चेक करें और इसे निर्धारित स्तर पर बनाए रखें।
टायर अलाइनमेंट
Tyre अलाइनमेंट यह सुनिश्चित करता है कि सभी टायरों को सही कोण पर लगाया गया है। गलत अलाइनमेंट से टायरों का असमान घिसाव होता है और कार का माइलेज कम हो जाता है। इसके अलावा, गलत अलाइनमेंट से कार की हैंडलिंग में भी समस्या आ सकती है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि हम हर 6 महीने में या 10,000 किलोमीटर के बाद अपने कार के टायरों का अलाइनमेंट चेक कराएं और इसे सही कराएं।
टायर बैलेंसिंग
Tyre बैलेंसिंग यह सुनिश्चित करता है कि सभी टायरों का वज़न समान है। असमान बैलेंसिंग से Tyre पर असमान बल पड़ता है और Tyre का जल्दी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, असमान बैलेंसिंग से स्टीयरिंग वाइब्रेशन भी होती है। इसलिए, यह बहुत जरूरी है कि हम हर 10,000 किलोमीटर के बाद अपने कार के टायरों का बैलेंसिंग चेक कराएं और इसे सही कराएं।
टायरों की देखभाल के लिए अन्य टिप्स:
- टायरों पर कट या फटने का निशान हो तो तुरंत बदलवाएं।
- तेज रफ्तार में ब्रेक लगाने से बचें।
- ज्यादा वजन न लादें।
- रेगुलर रूप से कार के व्हील रोटेशन कराएं।