Bettiah YouTuber Manish Kashyap: बेतिया के युट्यूबर मनीष कश्यप को 10 जुलाई (सोमवार) को व्यवहार न्यायालय में उसकी पेशी कराने का आदेश कोर्ट ने दिया है। इससे पहले मनीष की पेशी 27 जून को बेतिया कोर्ट में होनी थी लेकिन किसी कारण का हवाला देकर पेश नहीं किया गया था। युट्यूबर मनीष पर फर्जी वीडियो को वायरल करने के मामले में अभी वह तमिलनाडु के केंद्रीय जेल मदुरई में हैं। उनपे आरोप लगा है की उन्होंने चनपटिया से बीजेपी विधायक उमाकांत सिंह से रंगदारी मांगने के साथ जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिसकी सुनवाई कोर्ट में साल 2020 से चल रही है।
मनीष कश्यप के सपोर्ट में आये लोग
वहीं बेतिया में मनीष के सपोर्ट में उनके स्पोर्टरों द्वारा जगह जगह पर पोस्ट लगाए गए हैं। जिनपर लिखा है ‘बिहार को बिहार का बेटा मनीष कश्यप वापस दे दो।’ इसके साथ ही इन पोस्टरों पर लिखा है ‘बिहार के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सभी गरीबों, असहायों, माताओं-बहनों के सत्य की आवाज मनीष कश्यप को लौटा दो। इसके अलावा और पोस्टरों पर लिखा है ‘सन ऑफ बिहार नहीं, उम्मीद ऑफ बिहार, गरीब-मजदूर और मजबूर की आवाज’। वहीं कुछ लोगों ने कई जगहों पर इन पोस्टरों को फाड़ दिया है। आपको बता दें कि साल 2020 में मनीष कश्यप ने चनपटिया सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। और वहीं से बीजेपी से उमाकांत सिंह ने भी चुनाव लड़ा था। उस समय एक प्रचार के वक्त दोनों के बीच कहा सुनी हो गई थी जिसके बाद उमाकांत सिंह ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसी केस के शिलशिले में बेतिया कोर्ट ने मनीष को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है।
क्यों नही हुई थी 27 जून को पेशी?
मनीष की इस पेशी के लिए उनके वकील ने आवेदन दिया था। जिसमें 27 जून को मनीष कश्यप को कोर्ट में फिजिकली प्रेजेंट नहीं कराए जाने को कोर्ट की अवमानना कहा था। जिसके बाद कोर्ट ने सख्त आदेश जारी करते हुए उसे 10 जुलाई को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है। जिसके लिए कोर्ट ने सख्त रिमाइंडर भेजा है। इसके साथ ही मिली जानकारी के अनुसार मदुरई की पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि 27 जुलाई को मनीष की कोर्ट में पेशी के लिए उनके पास पर्याप्त पुलिस एस्कॉर्ट उपलब्ध नहीं थे जिसके कारण उस वह उसे कोर्ट में पेश नहीं कर पाए। इसके साथ ही मदुरई पुलिस ने यह भी कहा है कि उन्होंने कोर्ट को यह जानकारी दी थी और पुलिस एस्कॉर्ट के लिए बिहार डीजीपी से अनुरोध किया था, लेकिन वहां से कोई भी रिस्पोंस नहीं मिला था।