Bihar Journalist Murder: बिहार के अररिया में हुए पत्रकार Vimal Yadav की हत्या के मामले में पुलिस ने 4 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पत्रकार विमल यादव की हत्या बिते 18 अगस्त को की गई थी। इस मामले में उनके पिता ने 8 लोगों पर FIR दर्ज करवाया था। जिसके बाद आरोपियों को ढूंढने के लिए पूर्णिया प्रमंडल के IG सुरेश चौधरी ने 4 अलग-अलग स्पेशल टीमों का गठन किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने कई जगहों पर छापामारी की जिसके बाद 4 संदिग्धों की गिरफ्तारी की गई। इन्हीं चारों की निशानदेही के आधार पर पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
परिवार से थी पुरानी दुश्मनी
इस मामले पर बताते हुए अररिया पुलिस ने कहा कि इस मामले की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि “पत्रकार Vimal Yadav की उसके पड़ोसियों के साथ पुरानी दुश्मनी थी।” इसके साथ ही उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि इसी पुरानी दुश्मनी के कारण पत्रकार की हत्या की गई है। वहीं पत्रकार के परिजनों का कहना है कि परिवार का पुराना दुश्मन सुपौल जेल में बंद आरोपी रूपेश ने ही इस हत्या की साजिश रची थी। परिवार द्वारा आशंका जताई जा रही है की उसने जेल से ही हत्या की सुपारी दी है।
इस हत्या पर पत्रकार Vimal Yadav के परिजनों का कहना है कि, 4 साल पहले साल 2019 में विमल के छोटे भाई गब्बू यादव जो उस समय बेलसरा पंचायत के सरपंच थे उनकी हत्या हुई थी। और विमल अपने भाई के हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। इसी केस की गवाही विमल को कोर्ट में देनी थी जिसके बाद आरोपियों को सजा मिलती। लेकिन इससे पहले ही पत्रकार Vimal Yadav की हत्या कर दी गई। इसके साथ ही परिजनों ने कहा है कि जिस आरोपी ने छोटे भाई गब्बू यादव की हत्या की है उसने ही पत्रकार को मारने की सुपारी जेल से दी थी।
बिहार के मुख्यमंत्री ने जताया दुख
वहीं अररिया में हुए इस घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए कहा कि, “मुझे इसकी जानकारी मिली तो मैंने तुरंत अधिकारियों को कहा कि घटना के संबंध में पता करें। यहां आने से पहले मैंने ये खबर देखी है। कैसे एक पत्रकार की इस तरह हत्या हो जाती है, अधिकारी इसको देख रहे हैं। इस मामले में शामिल सभी दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया है।”