Bihar Sand Mining: बिहार में एक बार फिर से बालू की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। बालू की बढ़ती कीमतों के कारण लोगों को घर बनाने में फिर से महंगाई का सामना करना पड़ेगा। खबरों के अनुसार बिहार में 1 जुलाई से सैंड माइनिंग फिर से बंद होने जा रही है जिसका सीधा असर दामों में बढ़ोत्तरी के साथ देखा जाएगा। सैंड माइनिंग के बंद होने से बाजारों में बालू की कालाबाजारी के साथ कई बड़े अपराध होने की आशंका जताई जा रही है। इससे कई लोगों के घर के निर्माण कार्य पर भी असर होगा।
बिहार के Divisional Commissioner ने इस विषय पर सभी क्षेत्र के पदाधिकारियों और एनजीटी से निर्देशों के पालन कराने को कहा है। वहीं बालू की कमी ना हो इसके लिए बिहार सरकार की तरफ से व्यवस्थाएं कि जा रही है। बताया जा रहा है कि यह रोक सिर्फ कुछ दिनों तक के लिए ही लगाया जाएगा, साल के अंत तक इस रोक को हटा लिया जाएगा। इस विषय पर गुरुवार को मंडलायुक्त ने मंडल स्तरीय बैठक कर जिले के डीएम और मामले में शामिल दूसरे अधिकारियों से बातचीत की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि अवैध रूप हो रहे बालू खनन पर छापेमारी को जारी रखें।
आपको बता दें कि साल 2019 में अवैध खनन को रोकने के लिए जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स टीम बनाया गया था। आयुक्त अधिकारियों ने इसी टास्क फोर्स टीम की मदद से अवैध खनन के समस्या का हल निकालने और प्रोपर एक्शन लेने को कहा है। वहीं सरकार भी अपनी पूरी कोशिश में लगी है कि राज्य में बालू की किल्लतों का सामना ना करना पड़े।