बिहार में एक बार फिर Bridge हादसे की खबर सामने आई है। इस बार मामला किशनगंज जिले के ठाकुरगंज ब्लॉक का है, जहां बूढ़ी गण्डक नदी (बुंद नदी) पर बने Bridge का एक पिलर धंस गया है। बताया जा रहा है कि धंसा हुआ पिलर करीब डेढ़ से दो फीट तक नीचे चला गया है। इस घटना के बाद पुल पर आवाजाही रोक दी गई है, जिससे हजारों लोगों का आना-जाना प्रभावित हुआ है।
जर्जर हालत में था पुल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह Bridge काफी पुराना है और इसकी हालत जर्जर हो चुकी थी। बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ने से इस कमजोर पिलर पर दबाव बढ़ गया और वो धंस गया। गनीमत रही कि हादसा उस समय हुआ, जब पुल पर कोई वाहन नहीं था। वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
दशहरे से पहले बना था पुल, अब मरम्मत की जरूरत
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये Bridge करीब 15 साल पहले दशहरे के मौके पर बनकर तैयार हुआ था। पिछले कुछ समय से पुल जर्जर हो चुका था। इसकी मरम्मत की मांग ग्रामीण कई बार कर चुके थे, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर बारिश का मौसम आया तो नदी का जलस्तर बढ़ने से पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो सकता है। साथ ही उनका कहना है कि पुल बंद होने से स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों और कामगारों को काफी परेशानी हो रही है।
गुस्से में ग्रामीण, लगाया प्रशासन की लापरवाही का आरोप
पुल का पिलर धंसने की खबर सुनकर ग्रामीण इलाकों से सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को पुल की जर्जर हालत के बारे में बताया था, लेकिन किसी ने उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों का गुस्सा इस बात पर भी है कि पुल पर मरम्मत का काम शुरू होने से पहले ही वो धंस गया।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासन के अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कराया और जल्द से जल्द Bridge की मरम्मत का आश्वासन दिया। साथ ही, वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने की बात भी कही गई है। फिलहाल, Bridge के आसपास के इलाकों में बैरिकेड लगाकर आवाजाही रोकी गई है।
एक हफ्ते में चौथा पुल हादसा
बता दें कि पिछले एक हफ्ते में बिहार में यह चौथा Bridge हादसा है। इससे पहले सिवान, आरा और पूर्वी चंपारण में भी पुल या तो टूट चुके हैं या फिर उनमें दरारें आ गई हैं। इन घटनाओं ने राज्य में पुलों की जर्जर हालत और रखरखाव में हो रही लापरवाही को उजागर कर दिया है।
जांच के आदेश
लगातार हो रहे Bridge हादसों को लेकर बिहार सरकार भी सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को अपने-अपने इलाकों में मौजूद पुलों की जांच कराने का आदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।