बिहार की राजधानी पटना में NCERT की किताबों की छपाई करने वाली एक फर्जी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है. इस छापे में पुलिस ने करोड़ों रुपये की फर्जी किताबें, छपाई का सामान और अन्य चीजें बरामद की हैं. पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह पूरे बिहार में फर्जी NCERT किताबें बेच रहा था.
छापे के पीछे की कहानी
भारती भवन, जो NCERT किताबों का प्रकाशन करता है, के अधिकारियों को पटना में फर्जी किताबें बेचे जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद, उन्होंने मामले की जांच की और स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. जांच के बाद, पुलिस ने छापा मारा और फर्जी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया.
खबरों के मुताबिक, यह गिरोह पूरे बिहार में जाली NCERT किताबें बेच रहा था. बता दें कि एनसीईआरटी की किताबों के प्रकाशक भारती भवन के अधिकारियों को पटना में जाली किताबें बिकने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस फैक्ट्री का पता लगाया और छापा मारा.
छापेमारी में बरामद हुईं फर्जी किताबें और छपाई का सामान
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से कई थान छपी हुई और छपने के लिए तैयार फर्जी NCERT किताबें बरामद की हैं. साथ ही, पुलिस ने छपाई का सामान और मशीनें भी बरामद की हैं. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ये जालसाज गिरोह काफी समय से सक्रिय था और पूरे बिहार में फर्जी किताबें बेचकर मुनाफा कमा रहा था.
5 से 20 मशीन एवं कई करोड़ की की किताबें एवं अन्य सामग्री जब्त कराई गई है. उन्होंने बताया कि 20 से 25 करोड़ से भी अधिक का काला कारोबार चल रहा था. उन्होंने बताया कि पूरे बिहार में यहां से नकली सप्लाई की जा रही थी.
फर्जी किताबों से स्टूडेंट्स को हो सकता है नुकसान
पुलिस का कहना है कि फर्जी किताबों से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ सकता है. क्योंकि फर्जी किताबों में गलत सूचनाएं और प्रिंटिंग की गलतियां हो सकती हैं. इससे छात्रों को सही जानकारी नहीं मिल पाएगी और उनकी तैयारी में दिक्कतें आ सकती हैं.
पुलिस मामले की कर रही है जांच
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के और कौन-कौन से लोग शामिल हैं और यह गिरोह कब से सक्रिय है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश किया जाएगा और गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.