थावे मंदिर– यह बिहार के गोपालगंज जिले में स्थित है. यहां पर नवरात्रि (Navratri 2023) में सप्तमी के दिन होने वाली पूजा का विशेष महत्व है. करीब 1 घंटे तक इस दिन महा आरती होती है.
पटन देवी मंदिर– यह मंदिर बिहार की राजधानी पटना में स्थित है. कहा जाता है कि पूरे पटना की रक्षा का दायित्व छोटी पटन देवी ने अपने सिर उठाया है जिन कारण इसे काफी चमत्कारी मंदिर कहा जाता है.
अंबिका भवानी मंदिर– मां अंबिका भवानी का मंदिर पटना छपरा मार्ग पर आमी गांव में टीले पर स्थित है. यह एक शक्तिपीठ है जिसे देवी सती का मंदिर माना जाता है.
शीतला माता मंदिर– यह मंदिर बिहार राज्य के पटना शहर में स्थित है. खास तौर पर नवरात्रि (Navratri 2023) में इस मंदिर के बाहर महिलाओं की पूजा करने की भिड़ लगी रहती हैं.
मुंडेश्वरी मंदिर– यह मंदिर कैमूर की पहाड़ियों पर स्थित है. यहां पर बिना रक्त बहाए बकरे की बली दी जाती है.
श्री उग्रतारा स्थान– यह मंदिर बिहार के सहरसा जिले में स्थित है. नवरात्रि में देश के अन्य हिस्सों से आकर तांत्रिक यहां तंत्र साधना करते हैं.
चंडी स्थान– 52 शक्ति पीठ में से देवी मां के शरीर का एक हिस्सा यहां गिरा था जिस वजह से मंदिर की स्थापना हुई. यह बिहार के मुंगेर जिले से करीब 4 किलोमीटर दूर है.
श्यामा माई मंदिर– बिहार के दरभंगा में चिता पर बना मां काली का यह मंदिर है, जहां गर्भ गृह में मां काली के विशाल प्रतिमा के दाहिनी ओर महाकाल और बाई और गणपति एवं बटुक भैरव देव की प्रतिमा स्थापित है.
आरण्य देवी मंदिर– यह मंदिर बिहार राज्य के आरा जिले में स्थित है यहां पर मन्नत पूरी होने तक घी के बड़े दिए श्रद्धालुओं द्वारा जलाए जाते हैं. इस मंदिर को किला की देवी के नाम से भी जानते हैं.
#बिहार के #गोपालगंज जिले में स्थित #थावे मंदिर एक गौरवशाली धार्मिक स्थल है। #नवरात्रि के नौ दिनों में यहाँ विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है। इस अवसर पर मंदिर की अद्वितीय छटा देखने के लिए बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और नेपाल से भी श्रद्धालु आते हैं।#ThaweTemple #Gopalganj… pic.twitter.com/w9Cuzb9vDC
— Bihar Tourism (@TourismBiharGov) October 16, 2023
विराटपुर चंडी स्थान– बिहार के सहरसा में स्थित चंडी स्थान मंदिर देवी शक्ति को समर्पित है, जो देश के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है.