बिहार छोटे से गाँव से ताल्लुक रखने वाली Priya Rani ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 69वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया है। प्रिया की इस सफलता के पीछे उनके दादा की दूरदर्शिता और माता-पिता के अगाध समर्थन की कहानी है। यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में उसे 69वां रैंक प्राप्त हुआ है।
दुर्गावती गांव से पटना तक का सफर
Priya Rani मूल रूप से बिहार के फुलवारीशरीफ के कुरकुरी गांव की रहने वाली हैं। प्रिया के बचपन के दिन गांव के वातावरण में ही बीते। प्रिया बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी। लेकिन उस वक्त गांव में लड़कियों की पढ़ाई को ज्यादा तरजीह नहीं दी जाती थी। ऐसे माहौल में प्रिया की शिक्षा जारी रखने का फैसला उनके दादा ने किया। प्रिया के दादा को लगा कि गांव के माहौल में प्रिया को वो शिक्षा नहीं मिल पाएगी जिसकी वो हकदार हैं। इसलिए उन्होंने प्रिया को गांव से निकालकर पटना ले जाने का साहसी फैसला किया।
Priya Rani मूल रूप से बिहार के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखती हैं। उनके दादा जी ने उन्हें शिक्षा दिलाने के लिए उन्हें गांव से पटना ले जाने का साहसी फैसला लिया। यह एक आसान फैसला नहीं था क्योंकि उस समय लड़कियों को शिक्षा दिलाना समाज में बहुत आम नहीं था। हालांकि, प्रिया के दादा जी का मानना था कि शिक्षा ही सफलता की कुंजी है।
दादा का साहस और माता-पिता का समर्थन बना प्रेरणा स्रोत
पटना आने के बाद प्रिया की जिंदगी में एक नया अध्याय शुरू हुआ। यहां उन्हें बेहतर शिक्षा का माहौल मिला। प्रिया ने अपनी मेहनत और लगन से पढ़ाई जारी रखी। प्रिया की इस जुनून को उनके माता-पिता ने भी पूरा समर्थन दिया। प्रिया बताती हैं कि उनके दादा का साहस और माता-पिता का समर्थन उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा का स्रोत रहा।
चौथे प्रयास में मिली सफलता
Priya Rani ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को अपना लक्ष्य बनाया और तैयारी शुरू कर दी। हालांकि यह परीक्षा को पास करना आसान नहीं था। प्रिया को इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए चार बार प्रयास करना पड़ा। लेकिन हार नहीं मानी और आखिरकार चौथे प्रयास में उन्हें सफलता मिल ही गई। प्रिया बताती हैं कि असफलता उन्हें निराश नहीं करती थी बल्कि और मेहनत करने का जज्बा देती थी।
पहले भारतीय रक्षा सेवा में रहीं कार्यरत
इससे पहले वर्ष 2021 में दूसरे प्रयास में Priya Rani को\ इंडियन डिफेंस सर्विस मिला था जिसके तहत वह भारतीय रक्षा सेवा में कार्यरत थीं। प्रिया बताती हैं कि रक्षा सेवा में रहते हुए भी उन्होंने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। प्रिया का कहना है कि रक्षा सेवा का अनुभव उनके लिए काफी मददगार साबित हुआ।
अन्य उम्मीदवारों के लिए संदेश
अन्य उम्मीदवारों के लिए संदेश देते हुए Priya Rani का कहना है कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन जरूरी है। असफलता को मिलने वाला अनुभव भी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। हार ना मानें और निरंतर प्रयास करते रहें। सफलता जरूर मिलेगी।