Toy Train: पटना चिड़ियाघर (संजय गांधी जैविक उद्यान) में एक नई और रोमांचक सुविधा जुड़ने वाली है। यहाँ जल्द ही Toy Train चलाने की योजना बनाई गई है। इस परियोजना पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह जानकारी अधिकारियों ने दी है।
पटना चिड़ियाघर में Toy Train परियोजना के तहत, चिड़ियाघर के भीतर एक छोटा रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा। इस ट्रैक पर Toy Train चलेगी, जो बच्चों और परिवारों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगी। ट्रेन की डिज़ाइन और संरचना ऐसी होगी कि यह चिड़ियाघर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए यात्रियों को प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का आनंद प्रदान करेगी।
खर्च और वित्तीय व्यवस्था
इस परियोजना पर कुल 10 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस राशि में ट्रेन की खरीद, ट्रैक बिछाने, स्टेशन निर्माण और अन्य संबंधित खर्च शामिल हैं। राज्य सरकार ने इस परियोजना के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, चिड़ियाघर प्रशासन भी इस परियोजना के लिए आवश्यक वित्तीय संसाधनों की व्यवस्था कर रहा है।
टॉय ट्रेन की विशेषताएँ
Toy Train को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा। यह ट्रेन बैटरी से चलेगी, जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। ट्रेन के डिब्बों को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यात्री आराम से बैठ सकें और चिड़ियाघर के विभिन्न आकर्षणों का आनंद ले सकें। इसके अलावा, ट्रेन में सुरक्षा के सभी आवश्यक इंतजाम भी किए जाएंगे।
स्थानीय प्रतिक्रिया
पटना के स्थानीय निवासियों और चिड़ियाघर के नियमित दर्शकों ने इस परियोजना का स्वागत किया है। उनका मानना है कि Toy Train की शुरुआत से चिड़ियाघर में आने वाले बच्चों और परिवारों को एक नया और रोमांचक अनुभव मिलेगा। पटना के एक निवासी ने कहा, “टॉय ट्रेन की शुरुआत से बच्चों को बहुत खुशी होगी। यह चिड़ियाघर की यात्रा को और भी मनोरंजक बनाएगा।”
पर्यावरणीय प्रभाव का भी विशेष ध्यान रखा गया है। चिड़ियाघर प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि ट्रेन के संचालन से वन्यजीवों और प्राकृतिक आवासों पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। ट्रेन का मार्ग इस तरह से निर्धारित किया गया है कि यह वन्यजीवों के सामान्य जीवन को प्रभावित न करे। इसके अलावा, ट्रेन के चलने के समय और मार्ग पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
परियोजना की समयसीमा
इस परियोजना को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस समयसीमा को बनाए रखने के लिए निर्माण कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही, चिड़ियाघर प्रशासन ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
बच्चों के लिए विशेष आकर्षण
Toy Train विशेष रूप से बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी। ट्रेन में बच्चों के बैठने के लिए विशेष डिब्बे बनाए जाएंगे। इसके अलावा, ट्रेन की यात्रा के दौरान बच्चों को चिड़ियाघर के विभिन्न जानवरों और पक्षियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। ट्रेन की सवारी करते हुए बच्चे विभिन्न जानवरों को देख सकेंगे और उनके बारे में अधिक जान सकेंगे।
पर्यटन को बढ़ावा
Toy Train की शुरुआत से पटना चिड़ियाघर में पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होने की संभावना है। इस नई सुविधा के कारण चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटकों को एक नया और अद्वितीय अनुभव मिलेगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगी।