Paytm ने अपने ई-कॉमर्स कारोबार का नाम बदलकर “पाई प्लेटफॉर्म्स” करने की घोषणा की है। साथ ही, कंपनी ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) से जुड़े विक्रेता फर्म बिटसिला का अधिग्रहण भी कर लिया है।
पाई प्लेटफॉर्म्स: एक नया अध्याय
Paytm ई-कॉमर्स को अब “पाई प्लेटफॉर्म्स” के नाम से जाना जाएगा। कंपनी का कहना है कि यह नया नाम व्यापार के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। पाई प्लेटफॉर्म्स का लक्ष्य ग्राहकों को एक व्यापक डिजिटल अनुभव प्रदान करना है, जिसमें पेमेंट, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स और फाइनेंशियल सेवाएं शामिल होंगी।
Paytm ई-कॉमर्स को पाई प्लेटफॉर्म्स नाम देना कंपनी की नई रणनीति का एक अहम हिस्सा है। पाई प्लेटफॉर्म्स सिर्फ एक ई-कॉमर्स कंपनी नहीं बनकर रह जाएगा, बल्कि यह खुद को एक व्यापक प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित करेगा, जो विक्रेताओं, लॉजिस्टिक कंपनियों और फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर्स को जोड़कर एक व्यापक डिजिटल वातावरण का निर्माण करेगा।
यह नई पहचान ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के साथ भी जुड़ाव दर्शाती है। ओएनडीसी भारत सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य ई-कॉमर्स बाजार में खुलापन और समान अवसर लाना है। पाई प्लेटफॉर्म्स ओएनडीसी के साथ मिलकर काम करके विक्रेताओं को एक बड़ा बाजार उपलब्ध कराएगा और उपभोक्ताओं को अधिक विकल्प देगा।
बिटसिला का अधिग्रहण
Paytm ने ओएनडीसी से जुड़ी विक्रेता फर्म बिटसिला का अधिग्रहण किया है। बिटसिला ओएनडीसी के नेटवर्क में शामिल है, जो भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य ई-कॉमर्स बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धा लाना है। इस अधिग्रहण के माध्यम से पाई प्लेटफॉर्म्स ओएनडीसी के विक्रेताओं तक पहुंच प्राप्त करेगा और अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा।
ओएनडीसी के महत्व
ओएनडीसी एक ओपन-सोर्स नेटवर्क है जो विक्रेताओं को विभिन्न ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर अपनी उत्पाद बेचने की अनुमति देता है। यह पारंपरिक ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के वर्चस्व को कम करेगा और छोटे व्यवसायों को बड़ा बाजार उपलब्ध कराएगा।
पाई प्लेटफॉर्म्स के भविष्य की योजनाएं
पाई प्लेटफॉर्म्स का लक्ष्य अपने ई-कॉमर्स कारोबार का विस्तार करना और भारत के अग्रणी ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों में से एक बनना है। कंपनी ओएनडीसी के नेटवर्क का लाभ उठाकर और अपने डिजिटल पारिस्थितिकी का विस्तार करके ऐसा करने की योजना बना रही है।