भारतीय पूंजी बाजार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने भारतीय निवेशकों को फर्जी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) प्लेटफॉर्मों के जाल में फंसने से बचने के लिए आगाह किया है। ये फर्जी प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप और टेलीग्राम चैनल के जरिए निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
SEBI को कई शिकायतें मिली हैं, जिनमें बताया गया है कि कुछ फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म भारतीय निवेशकों को शेयर बाजार तक पहुंच प्रदान करने का झांसा दे रहे हैं। ये प्लेटफॉर्म दावा करते हैं कि सिर्फ एक ऐप डाउनलोड करने से निवेशक शेयर और IPO खरीद सकते हैं, और उन्हें इंस्टीट्यूशनल अकाउंट बेनिफिट्स मिलेंगे। इसके लिए किसी ट्रेडिंग या डीमैट खाते की जरूरत नहीं होती है।
SEBI ने दी ये चेतावनी
SEBI ने स्पष्ट किया है कि उसने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) को भारतीय प्रतिभूतियों में निवेश करने के लिए किसी भी तरह की छूट नहीं दी है। कुछ अपवादों को छोड़कर, भारतीय निवेशक FPI रूट का इस्तेमाल नहीं कर सकते। सेबी ने बताया है कि ये फर्जी प्लेटफॉर्म खुद को सेबी से जुड़े हुए या SEBI-रजिस्टर्ड FPI कर्मचारी बताकर निवेशकों को गुमराह कर रहे हैं। साथ ही, ये फर्जी ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स, सेमिनार और मेंटरशिप प्रोग्राम भी ऑफर कर रहे हैं।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
SEBI ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे किसी भी सोशल मीडिया मैसेज, व्हाट्सएप ग्रुप, टेलीग्राम चैनल या ऐप के झांसे में न आएं, जो FPI या FII के जरिए स्टॉक मार्केट तक पहुंच का दावा करते हैं। सेबी ने कहा है कि ऐसी योजनाएं फर्जी हैं और सेबी का समर्थन नहीं रखतीं। निवेशकों को केवल SEBI-रजिस्टर्ड ब्रोकर्स और अन्य वित्तीय मध्यस्थों के माध्यम से ही निवेश करना चाहिए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सेबी को दी जानी चाहिए।