बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता नाना पाटेकर (Nana Patekar) अपने फिल्मों के साथ-साथ अपनी बेबाकी बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में छाए रहते हैं. वह अपने आने वाली फिल्म ‘द वैक्सीन वार’ को लेकर काफी सुर्खियों में चल रहे हैं, जिसमें उनके अभिनय को ट्रेलर के बाद काफी सराहा जा रहा है, पर इस वक्त उन्होंने जीवन और मौत पर एक ऐसा बयान दे दिया है जो काफी चर्चा में आ चुका है. उन्होंने बताया है कि आखिर क्यों उन्हें सांसारिक चीजों में कोई दिलचस्पी नहीं है. इतनी बड़ी हस्ती होने के बावजूद भी वह किस तरह जमीन से जुड़े कलाकार है और उनकी सोच क्या है.
Nana Patekar ने कहीं ये बात
जिंदगी की सच्चाई पर चर्चा करते हुए नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने कहा कि मुझे जिंदगी की रियलिटी समझ आती है इसलिए मैं किसी गलतफहमी में नहीं रहता, क्योंकि मुझे मृत्यु पर भरोसा है. मुझे 12 मन लकड़ी लगने वाली है और यही मेरी फाइनल प्रॉपर्टी है. इसके साथ मै दुनिया से चला जाऊंगा. मैने अपनी 12 मन लड़की इकट्ठा कर रखी है. यही सच है और उसी में मुझे जलना है. नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने यह तक कहा कि वह कोई बनावटी नहीं करते बल्कि सादी जिंदगी जीते हैं और अपने उसूलों पर चलते हैं. उनमें कोई भी बनावटी पना नहीं है. आज भी वह अपने जड़ों से जुड़े हुए हैं.
जलाते वक्त गीली लकड़ी का इस्तेमाल न करना
आगे इस बारे में चर्चा करते हुए नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने कहा कि मुझे जलाते वक्त गीली लकड़ी का इस्तेमाल मत करना, वरना धुआ होगा और धुएं से जो दोस्त वहां जमा होंगे उनकी आंखें नम हो जाएगी. आंखों में पानी आएगा तो लोगों को ऐसे वक्त में गलतफहमी होगी. लोग सोचेंगे कि वह मेरे लिए रो रहे हैं. कम से कम मरते वक्त गलतफहमी नहीं होनी चाहिए. आप मरेंगे तो आपको दो-चार दिन बाद कोई याद नहीं करेगा. मैं तो यह कह दिया कि मेरी तस्वीर भी मत लगाना. पूरी तरह भूल जाओ, वह बहुत जरूरी है. विवेक अग्निहोत्री की अपकमिंग फिल्म ‘द वैक्सीन वार’ के साथ नाना पाटेकर (Nana Patekar) काफी सालों बाद बड़े पर्दे पर वापसी करने जा रहे हैं. ट्रेलर के बाद फिल्म को काफी सराहा जा रहा है.