सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) जब से गए हैं तब से लगातार उनके परिवार वालों की चर्चा होती रहती है. इस वक्त सोशल मीडिया पर सिद्धू मूसे वाला के पिता सरदार बलकौर सिंह सिद्धू और माता चरण कौर के दूसरे बेटे के जन्म पर खूब बधाइयां मिल रही है, पर इस वक्त कई लोग इस खबर के बाद पूरी तरह से चौंक गए हैं. सिद्धू की मां चरण ने 58 साल की उम्र में एक बेटे को जन्म दिया है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योंकि इस उम्र तक आते-आते यह संभावना काफी कम रहती है. मगर ऐसा माना जा रहा है कि सिद्धू ने अपनी मां की कोख से दोबारा जन्म लिया है.
चमत्कार से कम नहीं है बच्चा
पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने चरण कौर की आईवीएफ जर्नी के बारे में विस्तार रूप से चर्चा किया. उन्होंने बताया कि यह ट्रीटमेंट ज्यादातर 50 साल की उम्र तक ही सफल रहता है. चरण कौर ने 58 साल की उम्र में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है जो केवल चमत्कार से ही हो सकता था. इंसानों की सीमाएं हैं लेकिन भगवान की नहीं. भगवान ने उन्हें बेटे के रूप में आशीर्वाद दिया है क्योंकि 58 की उम्र में आईवीएफ से बच्चे को जन्म देना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि एक महिला की उम्र आईवीएफ की सफलता पर काफी निर्भर करती है.
इस तरह होती है ये प्रक्रिया
दरअसल आईवीएफ की प्रक्रिया में फीमेल एग्स और स्पर्म को लेबोरेटरी में फर्टिलाइजर किया जाता है. फीमेल एग्स को ओवरी से निकालते हैं और उन्हें एक ट्यूब में स्पर्म के साथ भ्रूण बनाने के लिए फर्टिलाइजर करते हैं. इसके बाद भ्रूण को गर्भाशय में ट्रांसफर कर दिया जाता है, जहां उसकी ग्रोथ होने लगती है. 35 से 40 की उम्र के बाद इसकी संभावना काफी कम होने लगती है, जिसका कारण उम्र बढ़ने के साथ-साथ एग्स की क्वांटिटी और क्वालिटी में कमी होना है, पर सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) की मां ने यह चमत्कार करके कई रिसर्च को भी गलत साबित कर दिया है.