Prachand in Indian Airforce: भारतीय वायु सेना ने बीते 27 सितम्बर को ही HAL द्वारा निर्मित एक फाइटर एयरक्राफ्ट को सेना में शामिल किया था। इसके बाद अब ख़बर आ रही है कि एक बार फिर से वायु सेना हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से 156 और Prachand लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने जा रही है। इन हैलिकॉप्टर को भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना द्वारा चीन और पाकिस्तान के बॉर्डर पर तैनात किया जाएगा।
90 हेलिकॉप्टर मिलेगा भारतीय सेना को
इन हैलिकॉप्टर्स को खराब मौसम और इलाकों में काम करने के लिए अच्छी तरीके से परीक्षण दिया गया है। जिसके बाद पिछले 15 महीनों में भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने इनमें से 15 Prachand हेलिकॉप्टरों को पहले ही अपने बेड़े में शामिल कर लिया था। जिसके बाद अब देश की रक्षा के लिए 156 और Prachand हेलिकॉप्टर के खरीदने का प्रस्ताव सरकार के पास रखा गया था, जिसे जल्द ही मंजूरी मिलने की संभावना है। रक्षा अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि 156 हेलिकॉप्टरों में से 66 को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा जबकि बाकी की 90 को भारतीय सेना को सौंपा जाएगा।
Read Also- https://thepurnia.com/indianews/union-minister-on-petrol-and-diesel-price/
1.5 लाख करोड़ रुपये का है परियोजना
वहीं कुछ दिन पहले ही भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। जिसके बाद उन्होंने 100 हल्के लड़ाकू विमान मार्क 1ए खरीदने की घोषणा की थी। आपको बता दें कि विमान खरीदने के लिए यह दोनों परियोजनाएं 1.5 लाख करोड़ रुपये का है।
कैसी है Prachand हेलीकॉप्टर की खासियत?
खासियत यह है कि यह भारत की सुरक्षा में शामिल किए जा रहे Prachand लड़ाकू हेलीकॉप्टर की ऐसे तो बहुत सारी खासियत है। लेकिन इसके सबसे अच्छी लड़ाकू हेलीकॉप्टर रेगिस्तानी इलाकों और ऊंचाई वाले क्षेत्रों दोनों में संचालित किया जा सकता है। इस हेलिकॉप्टर को भारतीय सशस्त्र बलों की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है।
इसके साथ ही यह हेलिकॉप्टर दुनिया का एकमात्र ऐसा हेलिकॉप्टर है जो 5000 मीटर की उंचाई पर उतर भी सकता है और उड़ान भी भड़ सकता है। Prachand की इस खूबी को खासतौर पर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में संचालित करने के लिए बनाया गया है। इसके अलावा देश द्वारा निर्मित यह लड़ाकू हेलिकॉप्टर हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागने में भी सक्षम है। जिससे दुश्मन की हवाई अटैक को आसानी से नष्ट किया जा सकता है।