Assam Flood 2023: असम में बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है। असम के 20 जिलों से लगभग 5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, असम, अन्य पड़ोसी राज्यों और पड़ोसी देश भूटान में मूसलाधार बारिश होने के बाद से कई नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिसके कारण नदी से सटे इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। राज्य में विभिन्न स्थानों पर ब्रह्मपुत्र सहित कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बेकी नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण नदी का पानी रोड ब्रिज, एनटी रोड क्रॉसिंग पर आ गया है वहीं एनएच रोड क्रॉसिंग पर पुथिमारी नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर होकर बह रहा है।
बजाली, बक्सा, बारपेटा, बिस्वनाथ, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, होजाई, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामुलपुर, उदलगुरी जिलों के 45 राजस्व गांवों के अंतर्गत 780 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और बजाली, दरांग, कामरूप (मेट्रो), कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में शहरों से भी बाढ़ की सूचना मिली है।
एएसडीएमए रिपोर्ट के अनुसार अकेले नलबाड़ी जिले में 44,707 लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद बक्सा में 26571 लोग, लखीमपुर में 25096 लोग, तामुलपुर में 15610 लोग, बारपेटा जिले में 3840 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के बिगड़ते हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने 14 राहत शिविर और 17 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं। जिनमें कुल 2091 लोगों ने बक्सा, धुबरी, कोकराझार, नलबाड़ी और तामुलपुर जिलों में राहत शिविरों में शरण ली है।
बाढ़ प्रभावित जिलों में बाढ़ की पहली लहर में 1.07 लाख से अधिक घरेलू जानवर और पक्षी भी प्रभावित हुए हैं। हालातों को देख कर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं को भी बुधवार से बचाव अभियान में लगाया गया है। वहीं एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1280 लोगों को निकाला है। वहीं बाढ़ के पानी ने 4 तटबंधों, 72 सड़कों और 7 पुलों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।