प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जनवरी को घोषित की गई महत्वाकांक्षी योजना ‘PM Suryoday Yojana’ को सफल बनाने के लिए सरकार इसमें बड़े बदलाव करने जा रही है। PM Suryoday Yojana’ को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से बहुत बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान कुछ उसी तरह का होगा जैसे पूर्व में हर घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के लिए सौभाग्य योजना की शुरुआत हुई थी।
एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखने वाली इस योजना की शुरुआती समीक्षा के बाद यह पाया गया कि सब्सिडी आवंटन की प्रक्रिया जटिल है। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सरकार सब्सिडी आवंटन के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रही है।
इसके अलावा, सब्सिडी की राशि भी बढ़ाई जाएगी ताकि ज्यादा लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। अभी तक तीन किलोवाट तक बिजली उत्पादन के लिए 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है, जबकि तीन किलोवाट से 10 किलोवाट तक के बिजली उत्पादन के लिए 20 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
योजना को धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाने वालीं स्थानीय बिजली वितरण कंपनियों को भी सरकार ज्यादा अधिकार देने जा रही है। माना जा रहा है कि इन बदलावों से PM Suryoday Yojana अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होगी।
PM Suryoday Yojana का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी को एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना की घोषणा की थी। इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकार मौजूदा योजना में बड़े बदलाव करने जा रही है।
योजना की 360 डिग्री समीक्षा के बाद यह पाया गया कि सब्सिडी आवंटन की प्रक्रिया जटिल है। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए सरकार सब्सिडी आवंटन के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रही है।
इसके अलावा, सब्सिडी की राशि भी बढ़ाई जाएगी ताकि ज्यादा लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। अभी तक तीन किलोवाट तक बिजली उत्पादन के लिए 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है, जबकि तीन किलोवाट से 10 किलोवाट तक के बिजली उत्पादन के लिए 20 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का मुख्य उद्देश्य देश में सौर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देना और लोगों को सस्ती और विश्वसनीय बिजली उपलब्ध कराना है। साथ ही, इस योजना का लक्ष्य पर्यावरण प्रदूषण को कम करना और जलवायु परिवर्तन से लड़ना भी है।
योजना के तहत क्या होगा?
PM Suryoday Yojana के तहत सरकार एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का खर्च उठाएगी। सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार वित्तीय सहायता देगी और सब्सिडी प्रदान करेगी। इसके अलावा, सरकार सोलर पैनल लगाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाएगी।
योजना के लाभ
PM Suryoday Yojana के कई लाभ हैं। सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे देश में सौर ऊर्जा उत्पादन में काफी वृद्धि होगी। सौर ऊर्जा एक स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है, जिससे पर्यावरण प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, इस योजना से बिजली की खपत कम होगी और लोगों को सस्ती बिजली मिलेगी। इसके अलावा, इस योजना से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
भारत में अभी सोलर पैनल से बिजली बनाने की स्थापित क्षमता 73,300 मेगावाट है। इसमें छत पर सोलर पैनल लगाकर 11,080 मेगावाट बिजली बनाए जाने की क्षमता है।
PM Suryoday Yojana का क्रियान्वयन राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के सहयोग से किया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार ने 17,500 करोड़ रुपये का बजट allocated किया है।
आप कैसे ले सकते हैं लाभ?
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको अपने राज्य के नोडल एजेंसी से संपर्क करना होगा। नोडल एजेंसी आपको आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी देगी।
PM Suryoday Yojana की घोषणा के बाद से ही लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। पर्यावरणविदों और ऊर्जा विशेषज्ञों ने इस योजना की सराहना की है और इसे एक सकारात्मक कदम बताया है।