सेंट्रल इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को देशव्यापी अभियान Operation Chakra-2 के तहत संगठित साइबर-सक्षम वित्तीय अपराधों के खिलाफ 76 स्थानों पर छापेमारी की। इस अभियान में सीबीआई ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली और पश्चिम बंगाल में छापेमारी की।
साइबर क्राइम को ख़त्म करने की है कोशिश
सीबीआई के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य भारत में संगठित साइबर आधारित वित्तीय अपराध के बुनियादी ढांचे का मुकाबला करना और उसे जड़ से खत्म करना है। इस अभियान में सीबीआई ने कई कॉल सेंटरों पर भी छापेमारी की और कई लोगों को गिरफ्तार किया। सीबीआई के अनुसार, इस अभियान में उसने कई बैंक खातों को भी फ्रीज किया है। सीबीआई ने यह अभियान वित्तीय खुफिया इकाई (FIU), फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI), इंटरपोल और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के इनपुट पर चलाया।
सीबीआई के अनुसार, इस अभियान में उसने कई क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामलों का भी खुलासा किया है। सीबीआई ने एक मामले में पाया कि एक गिरोह ने फर्जी क्रिप्टोकरेंसी खनन ऑपरेशन के तहत भारतीय नागरिकों को ठगने के लिए एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि लूट ली। सीबीआई ने यह Operation Chakra-2 प्राइवेट क्षेत्र के दिग्गज कंपनियों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से चलाया गया है। इस छापेमारी में 32 मोबाइल फोन, 48 लैपटॉप, दो सर्वर की फोटो, 33 सिम कार्ड और पेन ड्राइव जब्त की गई हैं।
सीबीआई के अनुसार, इस अभियान में उसने कई अन्य तरह के साइबर धोखाधड़ी मामलों का भी खुलासा किया है। सीबीआई ने पाया कि कई गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर लोगों को ठग रहे हैं। ये गिरोह लोगों को लॉटरी पुरस्कार, ऑनलाइन जॉब ऑफर और अन्य आकर्षक ऑफर का झांसा देकर ठगते हैं। 5 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नौ कॉल सेंटर संचालित करने वाले आरोपी, टेक्निकल सपोर्ट प्रतिनिधियों के रूप में भेष बदलकर व्यवस्थित रूप से विदेशी नागरिकों को शिकार बनाते थे।
लोगो को दी सलाह
सीबीआई ने आम जनता से अपील की है कि वे साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं। सीबीआई ने लोगों को सलाह दी है कि वे किसी भी तरह के ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतें और किसी भी तरह की निजी जानकारी को किसी के साथ साझा न करें। सीबीआई का Operation Chakra-2 साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान से सीबीआई को साइबर अपराधियों के खिलाफ मजबूत सबूत इकट्ठा करने में मदद मिलेगी और उन्हें सजा दिलाने में मदद मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की भी ली जा रही है मदद
साइबर क्राइम के लिए चलाये जा रहे Operation Chakra-2 के दौरान इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर सीबीआई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से पीड़ितों और शेल कंपनियों की पहचान की है। इस Operation Chakra-2 के दौरान साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए सीबीआई अपने अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की भी मदद ले रही है। इन एजेंसियों में अमेरिका की एफबीआई, साइबर क्राइम निदेशालय और इंटरपोल के आईएफसीएसीसी, यूके की नेशनल क्राइम एजेंसी और सिंगापुर पुलिस शामिल हैं।