Chandrayan-3 Update: साल 2019 में ISRO का Chandrayan-2 मिशन भले ही चांद की सतह पर लैंडिंग करने में असफल रहा था लेकिन उसका मिशन में चाँद पर भेजा गया ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है। वह चाँद से समय समय पर तस्वीरों रहा है। वही अब Chandrayan-2 के ऑर्बिटर ने ही Chandrayan-3 मिशन के लैंडर “विक्रम” और रोवर “प्रज्ञान” की तस्वीरें खींच कर भेजी हैं। ISRO ने एक तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें चांद की सतह पर लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को साफ तरीके से दिख रहा है। जिसके ट्विटर पर ट्वीट करके ISRO ने लिखा है कि Chandrayan-2 ऑर्बिटर ने Chandrayan-3 के लैंडर को कहा है कि ‘मैं तुम पर नजर रख रहा हूं।’
ISRO ने ट्वीट कर दी जानकारी
इस तस्वीर को साझा करते हुए ISRO ने बताया है की Chandrayan-2 के ऑर्बिटर में हाई रेजोल्यूशन कैमरा लगा हुआ है। जो की चाँद के आसपास ही घूम रहा है। Chandrayan-2 का ऑर्बिटर चंद्रमा का कक्षा में चांद के चारों तरफ परिक्रमा कर रहा है। इसके साथ ही ISRO ने यह भी जानकारी दी है की Chandrayan-3 की सफल लैंडिंग के बाद लैंडर मॉड्यूल के पैलोड ILSA, RAMBHA और ChaSTE को चालू कर दिया गया है। और रोवर प्रज्ञान ने भी अपना संचालन शुरू कर दिया है।
Here is how the Lander Imager Camera captured the moon's image just prior to touchdown. pic.twitter.com/PseUAxAB6G
— ISRO (@isro) August 24, 2023
Chandrayan-3 मिशन कैसे है महत्वपूर्ण?
Chandrayan-2 ऑर्बिटर के द्वारा ली गई यह तस्वीरें विक्रम लैंडर की नजर को बिना किसी संवाद के बयान करती हैं। इन तस्वीरों के माध्यम से विक्रम के स्थिति और उसके पर्यावरण की जांच की जा सकेगी। ISRO के अनुसार, Chandrayan-2 ऑर्बिटर ने अपने उच्च रिज़ॉल्यूशन कैमरे से विक्रम के बहुत ही रोमांचक तस्वीरों को कैद किया है, जिनमें लैंडर का कामकरते हुए तस्वीरें ली गयी है।
Chandrayan-3 मिशन भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें मून के दक्षिणी ध्रुव (South Pole)पर विक्रम लैंडर को सफलतापूर्वक लैंड कराया गया है। इस मिशन से भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण उपलब्धियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमता में भी एक महत्वपूर्ण कदम के साथ आगे बढ़ गया है।
आपको बता दें कि Chandrayan-3 मिशन की सफल लंडीनाग के साथ ही अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है। वहीं चांद के दक्षिणी ध्रुव (South Pole) पर सफल लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है।