कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के लाखों ग्राहकों के लिए अच्छी खबर आई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में अपने पेंशन निकासी नियमों में बदलाव किया है, जिससे लगभग 23 लाख कर्मचारियों को फायदा होने की उम्मीद है। संशोधित नियमों के तहत, अब कर्मचारी न्यूनतम सेवा अवधि की आवश्यकता के बिना अपनी ईपीएफ जमा राशि निकाल सकते हैं, भले ही उनकी सेवा का कार्यकाल अंशकालिक हो।
बदलाव से कम अवधि के लिए काम करने वालों को राहत
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हाल ही में अपने पेंशन निकासी नियमों में बदलाव किया है, जिससे लगभग 23 लाख कर्मचारियों को फायदा होने की उम्मीद है। संशोधित नियमों के तहत, अब कर्मचारी न्यूनतम सेवा अवधि की आवश्यकता के बिना अपनी EPFO से ईपीएफ जमा राशि निकाल सकते हैं, भले ही उनकी सेवा का कार्यकाल अंशकालिक हो।
सरकार का मानना है कि कर्मचारी पेंशन योजना 1995 की तालिका डी में किए गए बदलावों से 23 लाख से ज़्यादा कर्मचारियों को फ़ायदा होगा। इस बदलाव से यह सुनिश्चित हो गया है कि कर्मचारियों का मासिक अंशदान खाते में जोड़ा जाएगा और निकासी लाभ की गणना सेवा अवधि के अनुपात में की जाएगी।
पिछले साल 7 लाख दावे हुए थे खारिज
सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की सरकार द्वारा EPFO पेंशन नियमों में बदलाव किया है। बयान के मुताबिक, सरकार ने टेबल डी में बदलाव किया है। इस बदलाव के बाद अब कर्मचारी पेंशन योजना के तहत 6 महीने से कम अंशदान वाले कर्मचारी भी निकासी कर सकते हैं। पहले कम से कम 6 महीने का अंशदान जरूरी था। इसके चलते अकेले वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 7 लाख कर्मचारी दावे खारिज हुए।
ऐसे होगी लाभ की गणना
इसका मतलब यह है कि कर्मचारियों के लिए EPFO पेंशन योजना में निकासी राशि अब सेवा के महीनों और EPS में योगदान के आधार पर मिलने वाले पारिश्रमिक पर निर्भर करेगी। अब तक निकासी लाभ की गणना अंशदायी सेवा की अवधि पर निर्भर करती रही है, जिसमें कम से कम 6 महीने की अंशदायी सेवा जरूरी है। अब तक कम से कम एक बार 6 महीने की लगातार सेवा न होने के कारण लाखों दावे खारिज हो चुके हैं।
अब आंशिक सेवा पर भी मिलेगा लाभ
ईपीएस की तालिका डी में उन EPFO अंशधारकों को मिलने वाले लाभों का उल्लेख है, जिन्होंने ईपीएस में योगदान दिया है और सेवा छोड़ चुके हैं या जिनकी आयु 58 वर्ष हो गई है। तालिका डी के नियमों में बदलाव के बाद कर्मचारियों को आंशिक सेवा के आधार पर भी लाभ मिलना सुनिश्चित हो सकेगा।
EPFO का लक्ष्य
EPFO के इन संशोधनों का उद्देश्य कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा जाल को मजबूत करना है और उन्हें उनके भविष्य की जरूरतों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। कुल मिलाकर, यह कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक कदम है और इससे उन्हें अपने ईपीएफ खातों का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिलेगी।