Cyclone Biparjoy Update: साइक्लोन Biparjoy ने गुरुवार शाम को गुजरात जखाऊ पोर्ट के पास 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ दस्तक दी जिसके बाद गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। साइक्लोन के भयावह रूप को देखते हुए सेना, नौसेना और वायुसेना की टीमें राहत कार्यों के लिए तैयार हैं।
वहीं कच्छ जिले के जखाऊ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं। गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ गिरने से कम से कम तीन लोग घायल हो गए। हालांकि मौसम विभाग ने कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस बीच, आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात बिपारजॉय 16 जून को दोपहर 12 बजे तक कमजोर पड़ जाएगा और इसकी गति घटकर 40 किमी / घंटा से कम हो जाएगी। जिससे कम से कम नुकसान होने की भी संभावना है। वहीं साइक्लोन के मध्यनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा या गया है।
साइक्लोन के भयावह रूप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल से टेलीफोन पर बातचीत के जरिए गुजरात में आए तूफान बिपारजॉय की स्थिति की पूरी जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने गिर जंगल के शेरों सहित अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए चिंता व्यक्त करते हुए उनकी देखभाल की व्यवस्था पर भी सवाल किया हैं।
चक्रवात बिपरजोय के कारण कई ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुईं है। पश्चिम रेलवे ने कहा कि इसके कारण, गुजरात के बिपरजोय प्रभावित एरिया से चलने वाली लगभग 99 ट्रेनों को रद्द या शॉर्ट टर्मिनेट कर दिया गया है। वहीं तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई। जिसके बाद 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है। तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं। पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (पीजीवीसीएल) बाकी के ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है।