चक्रवाती तूफान Remal का कहर रविवार रात को पूर्वोत्तर भारत पर बरपा. तूफान के प्रभाव से मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम समेत कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर चला. बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है. राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन कई इलाकों में अभी भी संपर्क टूटा हुआ है.
असम में 12 लोगों की मौत
असम राज्य चक्रवात Remal से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. यहां लगातार हो रही बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं. बाढ़ के कारण कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बर्दवान जिले में बाढ़ के कारण एक घर गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई. वहीं, मोरीगांव जिले में एक तेज रफ्तार से चल रहे वाहन पर पेड़ गिरने से एक शख्स की मौत हो गई. असम में अब तक बारिश और भूस्खलन से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है.
मिजोरम में भूस्खलन से 27 की मौत
मिजोरम में भी चक्रवात Remal का असर भयानक रहा है. यहां लगातार हो रही बारिश के कारण कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुए हैं. आइजोल के पास एक पत्थर की खदान में भूस्खलन होने से कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई है. कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है. राहत और बचाव दल मलबे को हटाने का काम कर रहे हैं.
आपदा प्रबंधन और पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आइजोल में मेलथुम और हिलीमेन के बीच खदान स्थल से अब तक 21 शव बरामद किए गए हैं, जबकि कई अन्य अभी भी सुबह ढहने के बाद मलबे में फंसे हुए हैं। जिले के सलेम, ऐबॉक, लुंगसेई, केल्सिह और फल्कन में भूस्खलन की घटनाओं के बाद छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लापता हैं।
मेघालय और मणिपुर में भी जनहानि
मेघालय और मणिपुर में भी चक्रवात Remal के कारण भारी बारिश और बाढ़ आई है. मेघालय में बारिश के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. राजधानी शिलांग समेत कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है. मणिपुर में भी लगातार हो रही बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ का कहर जारी है. कुछ इलाकों में मिट्टी का कटाव भी हुआ है.
त्रिपुरा में जनजीवन अस्त-व्यस्त
त्रिपुरा में भी चक्रवात Remal का प्रकोप देखने को मिला है। राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई है। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रहा है।
ट्रेनों पर भी प्रभाव
Remal के कारण पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लुमडिंग डिवीजन के तहत न्यू हाफलोंग-जटिंगा लामपुर सेक्शन और डिटोकचेरा यार्ड के बीच जलभराव को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। साथ ही उनके समय में भी बदलाव किया गया।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि अगले कुछ दिनों तक पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है. इसलिए, लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी की गई हिदायतों का पालन करने की सलाह दी गई है.
केंद्रीय टीम का दौरा जल्द
पूर्वोत्तर राज्यों में Remal से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की एक टीम जल्द ही दौरा करेगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली है. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.