First Underwater Railroad Tunnel in India: भारत में जल्द ही पहली अंडरवॉटर रेलरोड टनल बनने वाला है। इस रेलरोड टनल के बनने की खुशखबरी की घोषणा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने एक भाषण के संबोधन में किया। इस टनल का निर्माण ब्रह्मपुत्र नदी के अंदर किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा की अगर सारी चीजें निर्धारित समय से हुआ तो इसके निर्माण का काम उनके वर्तमान कार्यकाल में ही शुरू हो जाएगा।
आपको बता दें कि रेलरोड टनल उन टनल को कहा जाता है जिसमें रेलगाड़ियां और मोटर वाहन दोनों चल सकते हैं। हेमंत बिस्वा सरमा ने अपने संबोधन में कहा की असम में भारत की अंडर वॉटर टनल नुमालीगढ़ और गोहपुर के बीच 6,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी। इसके साथ ही यह पूर्वोत्तर भारत में ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने वाली पहली रेल सुरंग भी होगी।
इस संबोधित हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, “मेरा एक सपना है, ब्रह्मपुत्र के नीचे एक सुरंग बनाना संभव होगा जिसमें रेल और मोटर दोनों को रखा जा सके।” उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में आलाकमान ने उनसे ब्रह्मपुत्र के नीचे सुरंग बनाने की व्यवहार्यता के बारे में सवाल किया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से पहाड़ों के अंदर से अटल टनल बनाई गई है, ठीक वैसे ही ब्रह्मपुत्र नदी के नीचे से रोडरेल टनल बनाई जाएगी। इस टनल में ट्रेन और रोडवेज गाड़ियों को चलने के लिए दो अलग-अलग टनल सुरंगे बनाई जाएंगी। जिसमें एक से ट्रेन और दूसरे से रोडवेज गाड़ियां चलेंगी।
इस टनल के बनने के बाद नुमालीगढ़ और गोहपुर के बीच की दूरी भी 220 किमी से कम होकर सिर्फ 33 किलोमीटर की हो जाएगी। जहां पहले इस रास्ते को तय करने में 5-6 घंटे लगते थे वहीं इस अंडर वॉटर टनल के बनने से इस दूरी को मात्र 40 मिनट में तक किया जा सकेगा। इस सुरंग की लंबाई 35 किलोमीटर की होगी। इस टनल को बनाने के लिए पहला टेंडर 4 जुलाई 2023 को निकाला जाएगा। आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रह्मपुत्र के उत्तर और दक्षिण को करीब लाने की इस परियोजना को अपनी मंजूरी दे चुके हैं।