Vande Metro Train: भारतीय रेलवे ने देश को एक और गौरवशाली सौगात दी है। ‘वंदे भारत’ की सफलता के बाद अब देश को पहली सेमी हाई स्पीड इंटरसिटी ट्रेन ‘वंदे मेट्रो’ मिलने जा रही है। यह ट्रेन मुख्य रूप से 100 किलोमीटर से 250 किलोमीटर के दायरे वाले शहरों को जोड़ेगी और यात्रियों को तेज गति से आरामदायक सफर का अनुभव कराएगी।
क्या है वंदे मेट्रो ट्रेन?
Vande Metro Train सेमी-हाई स्पीड ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस से प्रेरित होकर बनाई गई एक इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) ट्रेन है। यह ट्रेन खासतौर पर 100 किलोमीटर से 250 किलोमीटर के बीच की दूरी तय करने वाले यात्रियों के लिए बनाई गई है। अभी तक इस दूरी के लिए या तो धीमी पैसेंजर ट्रेनें या फिर लंबी दूरी की सुपरफास्ट ट्रेनें ही उपलब्ध थीं। वंदे मेट्रो इन दोनों श्रेणियों के बीच का अंतर भरने का काम करेगी।
कहां चलेगी वंदे मेट्रो?
Vande Metro Train मुख्य रूप से 100 किलोमीटर से 250 किलोमीटर के दायरे वाले शहरों को जोड़ेगी। इन शहरों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को कम समय में आरामदायक सफर का अनुभव होगा। उदाहरण के लिए, दिल्ली से आगरा, लखनऊ से कानपुर, मुंबई से पुणे जैसे शहरों के बीच वंदे मेट्रो ट्रेनें चलाई जा सकती हैं।
कितनी होगी रफ्तार?
Vande Metro Train सेमी-हाई स्पीड ट्रेनें होंगी और इनकी अधिकतम रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है। यह मौजूदा पैसेंजर ट्रेनों से काफी तेज होगी, जिससे यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
कैसे दिखेगी वंदे मेट्रो?
Vande Metro Train का डिजाइन भारत में ही स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है। यह ट्रेन स्वदेश निर्मित वंदे भारत ट्रेन से प्रेरित है, लेकिन इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। वंदे मेट्रो में ज्यादा सीटें होंगी क्योंकि इसका मुख्य उद्देश्य इंटरसिटी यात्रियों को तेजी से गंतव्य तक पहुंचाना है। एक अनुमान के मुताबिक, एक वंदे मेट्रो ट्रेन में 16 डिब्बे होंगे और हर डिब्बे में लगभग 180 यात्री बैठ सकेंगे।
कब शुरू होगी वंदे मेट्रो सेवा?
भारतीय रेलवे का लक्ष्य 2024 के अंत तक पहली वंदे मेट्रो ट्रेन को लॉन्च करना है। फिलहाल, रेलवे ट्रैक और स्टेशनों के जरूरी बदलावों पर काम चल रहा है। साथ ही, ट्रेन के प्रोटोटाइप को भी जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा।
वंदे मेट्रो ट्रेन में कुल 12 एयर कंडीशन्ड डिब्बे होंगे। प्रत्येक डिब्बे में 280 यात्रियों को बैठाने की क्षमता होगी, जिसमें 100 सीटें होंगी और 180 खड़े होने के लिए जगह होगी।
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
Vande Metro Train में यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव होगा। ट्रेन में ऑटोमैटिक प्लग डोर, टच-फ्री डोर ओपनिंग सिस्टम, व्हीलचेयर के लिए सुलभ शौचालय, यात्री सूचना प्रणाली, फायर और स्मोक अलार्म सिस्टम और टक्कर रोधी प्रणाली (कवच) जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
कैसे बदलेगा इंटरसिटी रेलवे का स्वरूप?
Vande Metro Train के आने से इंटरसिटी रेलवे नेटवर्क में काफी बदलाव आएगा। यात्रियों को अब छोटी दूरी की यात्रा के लिए भी तेज और आरामदायक ट्रेनें मिलेंगी। इससे न सिर्फ यात्रा का समय कम होगा बल्कि रेलवे की आमदनी में भी वृद्धि होने की उम्मीद है। साथ ही, सड़क पर यातायात का दबाव भी कम होगा।
वंदे मेट्रो भारतीय रेलवे के क्षेत्र में एक नया और सराहनीय प्रयास है। यह ट्रेन न सिर्फ यात्रियों को तेज गति से आरामदायक सफर का विकल्प देगी बल्कि भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।