भारत के सबसे बड़े वित्तीय समूहों में से एक Sahara India परिवार के संस्थापक और चेयरमैन सुब्रत रॉय का 14 नवंबर 2023 को निधन हो गया। उनका निधन मुंबई के एक निजी अस्पताल में कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण हुआ।
रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया जिले सुधीर चन्द्र रॉय /छबि रॉय के घर हुआ था। पश्चिम बंगाल से उनका मूल निवास है | उन्होंने महज ₹2000 से अपना कारोबार शुरू किया था और बाद में अपनी कुल शुद्ध संपत्ति 2,59,900 करोड़ तक पहुँच गई। सन् 2000 तक आते-आते सुब्रत रॉय की कंपनी Sahara India परिवार नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई।
सुब्रत रॉय के नेतृत्व में Sahara India परिवार ने वित्तीय सेवाओं, रियल एस्टेट, मीडिया, मनोरंजन, पर्यटन, स्वास्थ्य देखभाल और हॉस्पिटैलिटी सहित कई क्षेत्रों में विस्तार किया। सहारा इंडिया परिवार के पास 9 करोड़ से अधिक निवेशक और जमाकर्ता हैं जो भारत में लगभग 13 प्रतिशत परिवारों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सुब्रत रॉय के निधन से भारत के बिजनेस जगत में एक बड़ी क्षति हुई है। वह एक कुशल व्यवसायी और एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं और लाखों लोगों को रोजगार दिया।
सुब्रत रॉय की सफलता की कहानी
उन्होंने कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद राजकीय तकनीकी संस्थान गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया।उन्होने 1978 में गोरखपुर से अपना व्यवसाय प्रारंभ किया। संप्रति उनका निवास लखनऊ में है।
उन्होने सन् 1978 में सहारा इण्डिया परिवार की स्थापना की। सन् 2004 में टाइम पत्रिका ने सहारा समूह को भारतीय रेल के बाद दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता बताया था। 1978 में, सुब्रत रॉय ने ₹2000 से अपना कारोबार शुरू किया। उन्होंने एक छोटी सी फाइनेंस कंपनी शुरू की जो लोगों को छोटी-छोटी लोन देती थी। सुब्रत रॉय की लगन और मेहनत के कारण उनकी कंपनी जल्द ही सफल हो गई।
1988 में, सुब्रत रॉय ने Sahara India परिवार की स्थापना की। सहारा इंडिया परिवार ने वित्तीय सेवाओं, रियल एस्टेट, मीडिया, मनोरंजन, पर्यटन, स्वास्थ्य देखभाल और हॉस्पिटैलिटी सहित कई क्षेत्रों में विस्तार किया।
Sahara India परिवार ने कई सफल परियोजनाएं शुरू कीं। इनमें सहारा सिटी, सहारा इंडिया प्रीमियर लीग (SAPL), सहारा वन टीवी चैनल और सहारा इंडिया रियल एस्टेट शामिल हैं।
सुब्रत रॉय के निधन का प्रभाव
सुब्रत रॉय के निधन से Sahara India परिवार पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। वह कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन थे और उनकी मृत्यु से कंपनी की नेतृत्व में एक रिक्त स्थान पैदा हो गया है।
हालांकि, Sahara India परिवार एक बड़ी और मजबूत कंपनी है और यह सुब्रत रॉय के बिना भी चलती रहेगी। कंपनी के पास अनुभवी प्रबंधक हैं जो कंपनी को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।
सुब्रत रॉय एक सफल व्यवसायी और एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं और लाखों लोगों को रोजगार दिया। सुब्रत रॉय की विरासत हमेशा बनी रहेगी। वह एक प्रेरणा स्रोत रहेंगे और उनके जीवन से कई लोग सीखेंगे।