Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश के लिए खुशखबरी! साल के अंत तक प्रदेश में एक और शानदार एक्सप्रेसवे चालू होने वाला है। जी हां, हम बात कर रहे हैं भारत के तीसरे सबसे लंबे एक्सप्रेसवे, Ganga Expressway की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
Ganga Expressway के शुरू होने से ना सिर्फ यात्रा का समय कम होगा बल्कि प्रदेश के विकास को भी गति मिलेगी। आइए जानते हैं गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ खास बातें।
कहां से कहां तक जाएगा गंगा एक्सप्रेसवे?
गौरतलब है कि Ganga Expresswayकुल 594 किलोमीटर लंबा है और यह मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद और हापुड़ जिलों से होकर प्रयागराज तक जाएगा।
एक्सप्रेसवे पर छह लेन होंगे, जिनमें तीन लेन प्रत्येक दिशा में होंगे। इसके अलावा, सर्विस लेन भी बनाई जाएंगी। गौरतलब है कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी में औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्षेत्रों को विकसित करने की योजना है, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
कितना कम होगा सफर का समय?
Ganga Expressway के बन जाने से मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी तय करने में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे के शुरू होने से यूपी के कई जिलों को फायदा होगा। मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी, जो वर्तमान में लगभग 11 घंटे लगती है, घटकर मात्र 5 घंटे रह जाएगी। इससे न सिर्फ यात्रा का समय कम होगा बल्कि ईंधन की भी बचत होगी। साथ ही, माल परिवहन भी आसान और तेज हो जाएगा, जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
CM Yogi ने एक्सप्रेस-वे का लिया जायजा
CM Yogi ने नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसके अगले साल की शुरुआत में होने वाले कुंभ महोत्सव के लिए प्रयागराज पहुंचने के लिए प्रमुख सड़क के रूप में काम करने की उम्मीद है। योगी आदित्यनाथ ने एक्सप्रेस-वे को पूरा करने के लिए दिसंबर 2024 की समय सीमा तय की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि Ganga Expressway का निर्माण न सिर्फ यातायात व्यवस्था को सुगम बनाएगा बल्कि यूपी के विकास में भी मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
UPEIDA द्वारा किया जा रहा है निर्माण
Ganga Expressway के निर्माण का जिम्मा उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को सौंपा गया है। परियोजना को 12 पैकेजों में बांटा गया है और हर पैकेज पर अलग-अलग कंपनियां काम कर रही हैं। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और दिसंबर 2024 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 24 घंटे काम किया जा रहा है।
Ganga Expressway कई आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसमें चौड़े लेन, अंडरपास और ओवरपास, सर्विस लेन और हाईटेक सुरक्षा प्रणाली शामिल हैं। साथ ही, रास्ते में ईंधन स्टेशन और रेस्ट एरिया भी बनाए जाएंगे। कुल मिलाकर, गंगा एक्सप्रेसवे एक विश्वस्तरीय एक्सप्रेसवे होगा जो उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।