Greenfield Expressway: उत्तर प्रदेश के दो ऐतिहासिक शहरों, आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा को और भी सुगम बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने आगरा-ग्वालियर Greenfield Expressway के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके बनने पर दोनों शहरों के बीच की दूरी को तय करने में महज एक घंटा का समय लगेगा।
फिलहाल, दोनों शहरों के बीच की दूरी 121 किलोमीटर है, जिसे पार करने में दो से ढाई घंटे का समय लग जाता है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद दोनों ऐतिहासिक शहरों के बीच की दूरी सिर्फ एक घंटे की रह जाएगी, जो वर्तमान में ढाई से तीन घंटे तक लगती है।
क्या है Greenfield Expressway?
Greenfield Expressway एक नए रास्ते का निर्माण है, जो बिना किसी मौजूदा सड़क या बस्ती के बीच से होकर गुजरता है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। आगरा-ग्वालियर Greenfield Expressway का प्रस्तावित मार्ग आगरा के इनर रिंग रोड पर देवरी गांव से शुरू होगा और ग्वालियर के पास सुसेरा गांव में समाप्त होगा।
कैसा होगा ये एक्सप्रेसवे?
यह Greenfield Expressway 88.40 किलोमीटर लंबा होगा और छह लेन वाला होगा। यह हाई-स्पीड रोड होगी, जिस पर वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगे। एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा के लिए कई उपाय किए जाएंगे, जैसे कि 2 से 3 मीटर ऊंची दीवारें, जो आवारा पशुओं को रोकेंगी। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज बनाए जाएंगे, जिनसे अन्य सड़कों तक पहुंचना आसान होगा।
इसका रूट आगरा के देवरी गांव से शुरू होकर ग्वालियर के सुसेरा गांव तक जाएगा। रास्ते में ये एक्सप्रेसवे धौलपुर और मुरैना को भी जोड़ेगा। खास बात ये है कि ये पूरी तरह हाई-टेक्नोलॉजी से लैस होगा। इसमें सेंसर आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, ऑटोमैटिक टोल कलेक्शन और बेहतर सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। जानवरों के आने-जाने से बचने के लिए सड़क के दोनों तरफ 2 से 3 मीटर ऊंची दीवार भी बनाई जाएगी।
जींदगी और व्यापार में बदलाव लाएगा एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों शहरों के बीच आवागमन तो आसान होगा ही, साथ ही इससे आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिलेगी। पर्यटकों के लिए आगरा और ग्वालियर तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, माल ढुलाई भी सरल और तेज हो जाएगी, जिससे व्यापार को गति मिलेगी। दोनों शहरों के लोगों के लिए नौकरी के नए अवसर पैदा होंगे और विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
कब तक बनेगा ये एक्सप्रेसवे?
एनएचएआई ने इस प्रोजेक्ट की लागत 2497.84 करोड़ रुपये आंकी है। जमीन अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है और प्रोजेक्ट के 2026 तक पूरा होने की संभावना है।
लोगों में उत्साह
इस प्रस्ताव की खबर सुनकर दोनों शहरों के लोगों में काफी उत्साह है। आगरा के रहने वाले अमित जैन का कहना है कि “मुझे ग्वालियर जाना अब तक काफी लंबा और थकाऊ होता था। इस एक्सप्रेसवे के बनने से मेरे लिए वहां जाना ज्यादा आसान और सुखद हो जाएगा।” इसी तरह ग्वालियर की रहने वाली शालिनी सिंह कहती हैं “ये एक्सप्रेसवे हमारी जिंदगी बदल देगा। आगरा घूमने जाना अब पलक झपकते ही हो जाएगा। इससे दोनों शहरों के बीच रिश्ते भी मजबूत होंगे।”
क्या होगा इससे फायदा?
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा का समय कम होगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इस क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसके अलावा, एक्सप्रेसवे के निर्माण से आसपास के गांवों के विकास में भी तेजी आएगी।
आगरा-ग्वालियर Greenfield Expressway दोनों शहरों के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा। यह न सिर्फ समय और पैसा बचाएगा, बल्कि विकास के नए रास्ते भी खोलेगा। आइए, उम्मीद करें कि ये शानदार प्रोजेक्ट जल्द से जल्द पूरा हो और दोनों शहरों का भविष्य और उज्जवल बनाए।