Mustard oil New Rate: इस महंगाई के जमाने में जहां हर खाने पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं खाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सरसों के तेल में भारी गिरावट दर्ज की गई है। दरअसल दिल्ली मंडी में तेल तिलहन की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली मंडी में सरसों तेल का थोक भाव 125 रुपये प्रति लीटर और सूरजमुखी तेल का 135 रूपये प्रति लीटर दर्ज किया गया। वहीं, सोयाबीन रिफाइंड तेल की बात करें तो इसके भाव 82 से 83 रूपये प्रति लीटर है।
दिल्ली तेल तिलहन मंडी में तेलों के भाव गिरने के कारण सभी तेल की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा बुधवार को इंदौर के अनाज मंडी में चना कांटा 50 और उड़द के भाव में भी 100 रूपये प्रति क्विंटल की कमी देखी गई। तेल तिलहन कारोबार के जानकारों के मुताबिक मलेशिया एक्सचेंज में तेल के दामों में 4 फीसदी की गिरावट आई है जिसकी वजह भारत में भी तेल की रेटो में कमी देखने को मिल रही है। वहीं, शिकागो एक्सचेंज में सोयाबीन तेल के लिए सरकार को लोअर सर्किट लगाना पड़ा। उनके मुताबिक मौजूदा हालात में देशी खाद और तिलहन की खपत काफी मुश्किल दिख रही है।
सुत्रो के अनुसार भारतीय बंदरगाहों पर सूरजमुखी रिफाइंड तेल की थोक कीमत 80 रुपये प्रति लीटर और सोयाबीन रिफाइंड तेल की थोक कीमत 82 से 82 रुपये प्रति मीटर दर्ज की गई। वहीं न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अनुसार, पेराई के बाद स्थानीय सरसों तेल का थोक मूल्य 125 रुपये प्रति लीटर और पेराई के बाद सूरजमुखी तेल का थोक मूल्य 135 रुपये प्रति लीटर है। जब सस्ते आयातित खाद्य तेल और स्थानीय तेलों के बीच 40 से 50 रुपये का अंतर होता है, तो स्वदेशी तेल का उपयोग करना मुश्किल होता जाता है जिसकी वजह दामों में गिरावट देखने को मिलती हैं।